जम्मू कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ एक्शन जारी है। इस बीच मंगलवार को शोपियां में मारे गए 3 आतंकियों से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। इन आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और कैश बरामद हुआ है। इसका वीडियो भी सामने आया है।
मुख्य तथ्य:
-
तारीख: 13 मई 2025
-
स्थान: शोकरू केलर क्षेत्र, जिला शोपियां, जम्मू-कश्मीर
-
कार्रवाई में शामिल: राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट, भारतीय सेना
-
मारे गए आतंकी:
-
शाहिद कुट्टे
-
अदनान शफी डार
-
एक तीसरा अज्ञात आतंकी
-
बरामद सामग्री:
-
भारी मात्रा में हथियार (राइफल्स, ग्रेनेड आदि)
-
नकदी
-
डिजिटल उपकरण — संभवतः मोबाइल फोन, सैटेलाइट फोन या अन्य संचार उपकरण
-
इसका वीडियो भी सामने आया, जो ऑपरेशन की पारदर्शिता और सफलता को दर्शाता है।
ऑपरेशन का विवरण:
-
विशेष इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर सुरक्षाबलों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
-
भीषण गोलीबारी के बाद तीनों आतंकियों को ढेर कर दिया गया।
-
ऑपरेशन अभी भी जारी है — यह संकेत है कि क्षेत्र में और आतंकियों के छिपे होने की आशंका है।
पृष्ठभूमि: पहलगाम आतंकी हमला और सख्त कार्रवाई
-
पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले ने सुरक्षाबलों को हाई अलर्ट पर ला दिया था।
-
इसके बाद कई आतंकियों के घरों को ध्वस्त किया गया, जिसमें शाहिद और अदनान के घर भी शामिल थे।
-
अब उन्हीं आतंकियों को मार गिराया जाना रणनीतिक और मनोवैज्ञानिक सफलता मानी जा रही है।
भारत की नीति: जीरो टॉलरेंस टू टेररिज्म
-
आतंकियों और उनके सपोर्ट नेटवर्क के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरती जा रही है।
-
ऑपरेशन न केवल आतंकियों को मारने तक सीमित है, बल्कि:
-
लॉजिस्टिक सपोर्ट नेटवर्क को तोड़ना
-
फंडिंग चैनलों को बंद करना
-
प्रॉपगेंडा तंत्र को निष्क्रिय करना
-
ड्रोन/स्मगलिंग गतिविधियों पर नजर रखना — भी इसका हिस्सा हैं।
-
रणनीतिक संकेत:
पहलू | विवरण |
---|---|
सर्जिकल दक्षता | ऑपरेशन एक सीमित क्षेत्र में, सटीक खुफिया सूचना के आधार पर किया गया। |
मनोवैज्ञानिक प्रभाव | आतंकियों के समर्थकों और आका वर्ग में डर का माहौल। |
राजनीतिक संदेश | भारत की सुरक्षा नीति में कोई ढील नहीं — “आतंक का जवाब ठोस कार्रवाई से।” |
वीडियो का महत्व:
-
ऑपरेशन का वीडियो सामने आना पारदर्शिता और पेशेवर दृष्टिकोण को दर्शाता है।
-
इससे जनसमर्थन भी मजबूत होता है, खासकर जब स्थानीय लोग सेना की कार्रवाई की सच्चाई देख पाते हैं।
यह ऑपरेशन भारतीय सुरक्षा बलों की सटीक रणनीति, साहसिक कार्रवाई और खुफिया जानकारी के कुशल उपयोग का प्रमाण है। आतंकवाद पर भारत की “जीरो टॉलरेंस” नीति अब जमीनी स्तर पर स्पष्ट परिणाम दे रही है।