जम्मू कश्मीर में अनंतनाग पुलिस ने पहलगाम हमले में शामिल होने वाले आतंकियों पर 20 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है. 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन में पर्यटकों पर हमले में शामिल पाकिस्तानी नागरिकों और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों आदिल हुसैन थोकर, अली भाई और हाशिम मूसा की गिरफ्तारी में सहायक सूचना देने वाले को 20 लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा. इस हमले में कुल 28 लोगों की मौत हो गई थी.
J&K | Anantnag Police announces a reward of Rs 20 lakhs on information leading to the arrest of Pakistan nationals and LeT terrorists Adil Hussain Thoker, Ali Bhai and Hashim Musa, who were involved in the attack on tourists in Baisaran, Pahalgam on 22nd April pic.twitter.com/dfD9nbvBZj
— ANI (@ANI) April 24, 2025
1. पहलगाम आतंकी हमला: निर्दोषों पर कहर
हमला कब हुआ?
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22 अप्रैल, बैसरन (पहलगाम) में पर्यटकों पर हमला।
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28 निर्दोष लोगों की मौत, कई घायल।
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हमला लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा किया गया।
जिन आतंकियों की तलाश जारी है:
नाम | संगठन | इनाम राशि |
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आदिल हुसैन थोकर | लश्कर-ए-तैयबा | ₹20 लाख |
अली भाई (पाकिस्तानी) | लश्कर-ए-तैयबा | ₹20 लाख |
हाशिम मूसा | लश्कर-ए-तैयबा | ₹20 लाख |
🔐 सूचना देने वालों की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी।
📞 संपर्क: अनंतनाग SSP कार्यालय और PCR के नंबर सार्वजनिक किए गए हैं।
2. पीएम मोदी और CCS की तीखी प्रतिक्रिया
CCS बैठक में लिए गए 5 बड़े फैसले (संभावित):
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पाकिस्तान को लेकर कूटनीतिक दबाव बढ़ाना।
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घुसपैठ रोधी अभियान तेज करना।
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गुप्तचर और साइबर मॉनिटरिंग को और मजबूत करना।
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J&K में विशेष सुरक्षा बल की तैनाती में इजाफा।
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पाकिस्तान से आने-जाने वाली गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बयान:
“देश की आत्मा पर हमला हुआ है। इन आतंकियों को और उनके आकाओं को ऐसी सजा दी जाएगी जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी।”
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140 करोड़ देशवासियों की एकजुटता और संकल्प अब आतंकवाद की रीढ़ तोड़ देगा।
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यह हमला केवल लोगों पर नहीं, बल्कि भारत की आत्मा, एकता और शांति पर था।
3. संवेदना और सख्त संदेश:
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पीएम मोदी और पूरा देश पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है।
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हर घर, हर दिल इस हिंसा से विचलित और क्रोधित है।
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यह घटना बताती है कि आतंक का कोई धर्म नहीं होता, बस निर्दोषों का खून होता है।
आगे की राह: क्या करना जरूरी है?
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📍 स्थानीय स्तर पर मुखबिरी नेटवर्क को और मजबूत करना।
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📍 ड्रोन व तकनीकी निगरानी में विस्तार।
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📍 पाकिस्तानी लिंक वाले संगठनों पर कड़े प्रतिबंध और आर्थिक नाकेबंदी।
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📍 आंतरिक सुरक्षा बलों को अतिरिक्त संसाधन देना।
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📍 राष्ट्रीय एकता और सामाजिक सौहार्द के लिए जनजागरण अभियान।