प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर में चिनाब और अंजी पुल का ऐतिहासिक लोकार्पण किया, जिसके दौरान पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंच से खुले दिल से प्रधानमंत्री की सराहना की। उन्होंने इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी याद किया और कहा कि इस प्रोजेक्ट की नींव वाजपेयी जी के कार्यकाल में रखी गई थी, लेकिन यह अब जाकर पूर्ण रूप से साकार हो पाया है। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि इन पुलों के निर्माण से अब जम्मू-कश्मीर की भौगोलिक, सामाजिक और आर्थिक दूरी खत्म हो गई है और राज्य पूरे भारत से सुगमता से जुड़ गया है। इससे न केवल व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय लोगों को परिवहन, रोजगार और बाजार तक पहुंच में क्रांतिकारी बदलाव देखने को मिलेगा।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi lays the foundation stone, inaugurates and dedicates to the nation multiple development projects worth over Rs 46,000 crore at Katra. #KashmirOnTrack
(Video: DD) pic.twitter.com/11hWy4ydLK
— ANI (@ANI) June 6, 2025
उमर अब्दुल्ला ने चिनाब ब्रिज के निर्माण को एक असाधारण उपलब्धि बताया, जो दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल है और तकनीकी दृष्टि से बेहद चुनौतीपूर्ण रहा। उन्होंने भावुक होकर कहा कि जब इस प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई थी तब वे महज आठवीं कक्षा में पढ़ते थे, और आज वे 55 वर्ष के हो चुके हैं, उनके बच्चे कॉलेज की पढ़ाई पूरी कर चुके हैं। इस व्यक्तिगत उदाहरण के माध्यम से उन्होंने इस प्रोजेक्ट की लंबी यात्रा और प्रतीक्षा को रेखांकित किया। उन्होंने अटल जी का ज़िक्र करते हुए कहा कि वाजपेयी ने इस पुल को विशेष महत्व देते हुए बजट में इसके लिए प्रावधान किया था, और अब प्रधानमंत्री मोदी ने इसे पूरा कर राष्ट्र को समर्पित कर दिया।
#WATCH | Katra, J&K | CM Omar Abdullah says, "Many people dreamt of this train service… What the British could not do, you got it completed, and Kashmir valley has now been connected with the rest of the country. On this occasion, it would be a mistake if I did not mention and… pic.twitter.com/f9imOp4kQ5
— ANI (@ANI) June 6, 2025
उमर अब्दुल्ला ने अपने भाषण में एक दिलचस्प ऐतिहासिक संदर्भ भी जोड़ा। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने भी इस पुल और रेललाइन का सपना देखा था, वे कश्मीर को ऊरी तक रेल से जोड़ना चाहते थे, मगर वे ऐसा नहीं कर पाए। उस सपने को वाजपेयी और मोदी की दूरदृष्टि ने साकार किया है।
Honourable CM of J&K @OmarAbdullah joined Honourable PM @narendramodi to inaugurate the iconic Chenab Bridge – the world’s highest railway arch bridge, a marvel of modern engineering and a proud moment for India.pic.twitter.com/xgeRSowj6D
— JKNC (@JKNC_) June 6, 2025
इस प्रोजेक्ट से जम्मू-कश्मीर के लोगों को क्या लाभ होगा, इस पर उन्होंने विस्तार से बात की। उन्होंने कहा कि यहां हर साल बारिश में हाईवे बंद हो जाते हैं, और तब एयरलाइंस मनमाने किराए वसूलती हैं—5000 की टिकट 20,000 में बिकती है। मगर अब रेलवे विकल्प उपलब्ध होने से आम लोगों को राहत मिलेगी। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सेब, मेवा और स्थानीय कृषि उत्पाद अब आसानी से देश के बाकी हिस्सों तक पहुंच सकेंगे, जिससे कश्मीरी किसानों और व्यापारियों को बड़ा लाभ होगा। इसके साथ ही पर्यटन में भी भारी वृद्धि की उम्मीद जताई गई है, जो राज्य की अर्थव्यवस्था को नया बल देगा।
#WATCH | Katra, J&K | CM Omar Abdullah says, "… Just like this one, many infrastructure projects are being completed fast, be it Jammu Ring Road, Srinagar Ring Road, Delhi-Amritsar-Katra Expressway, Jammu-Srinagar four lane highway, expansion of Jammu and Srinagar Airports, and… pic.twitter.com/Of8B3Vs8RD
— ANI (@ANI) June 6, 2025
अपने भाषण की शुरुआत में उमर अब्दुल्ला ने हल्के-फुल्के अंदाज़ में एक व्यक्तिगत टिप्पणी भी की। उन्होंने याद दिलाया कि जब कटरा रेलवे स्टेशन का उद्घाटन हुआ था तब नरेंद्र मोदी पहली बार प्रधानमंत्री बने थे, और उस कार्यक्रम में चार लोग मौजूद थे—पीएम मोदी, खुद उमर अब्दुल्ला, मनोज सिन्हा और डॉ. जितेंद्र सिंह। उन्होंने हँसते हुए कहा कि तब से लेकर अब तक मनोज सिन्हा का “प्रमोशन” हुआ है—वे रेलवे राज्य मंत्री से अब उपराज्यपाल बन चुके हैं, जबकि खुद उमर अब्दुल्ला का “डिमोशन” हुआ है—वे पहले एक पूर्ण राज्य के मुख्यमंत्री थे, अब एक केंद्र शासित प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हैं। इसी संदर्भ में उन्होंने एक गंभीर बात भी जोड़ी—उन्होंने जम्मू-कश्मीर को फिर से पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग दोहराई, जो कि राजनीतिक और संवैधानिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण मुद्दा है।
#WATCH | Katra, J&K | CM Omar Abdullah says, "… I have been fortunate to be associated with the Prime Minister in all railway projects in J&K. First, when Anantnag Railway Station was inaugurated. Second, when the Banihal Railway Tunnel was inaugurated… The same four people… pic.twitter.com/35WzxGSSMT
— ANI (@ANI) June 6, 2025
इस पूरे भाषण में उमर अब्दुल्ला ने न केवल एक राजनीतिक संतुलन बनाए रखा, बल्कि विकास की राजनीति, ऐतिहासिक संदर्भ, जनहित और व्यक्तिगत भावनाओं को बड़ी खूबसूरती से जोड़ा। उनके वक्तव्य ने इस बात पर जोर डाला कि अब जम्मू-कश्मीर एक नई प्रगति की राह पर है, और केंद्र एवं राज्य दोनों की साझा भागीदारी से यह बदलाव संभव हो पाया है।