केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को समाप्त किए जाने के बाद से राज्य शांति के साथ विकास पथ पर बढ़ रहा है। राज्य के युवा पत्थरबाजी छोड़कर कम्प्यूटर को अपना रहे हैं।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने वर्चुअल मोड गुरुवार को जम्मू में 100 ई-बसों को हरी झंडी दिखाई. यह बसें 11 रूटों पर दौड़ेंगी. श्रीनगर में 2 नवंबर को बस सेवा शुरू हो गई थी. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि 561 करोड़ रूपए की लागत से 12 साल तक इन बसों का ऑपरेशन और रखरखाव करने के साथ इस प्रोजेक्ट की शुरूआत हुई है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जम्मू के लोगों के लिए भरोसेमंद, आरामदायक, किफायती और लंबे समय तक चलने वाली पब्लिक ट्रांस्पोर्ट सुविधा की शुरूआत आज से हुई है. जम्मू से कटरा, कठुआ, उधमपुर और जम्मू के आंतरिक रुट्स पर भी ये बसें चलेंगी. ये बसें आने वाले दिनों में लोगों की ना सिर्फ आवागमन की तकलीफें दूर करेंगी, बल्कि पर्यावरण की दृष्टि से भी उपयोगी सिद्ध होंगी. इनमें से 25 बसें 12 मीटर और 75 बसें 9 मीटर लंबी हैं.
जानकारी के मुताबिक ई-बस का फायदा यह है कि बस हर बीस मिनट बाद आएगी और रात 11 बजे तक इसकी सुविधा मिलेगी. बस में किसी की तबीयत बिगड़ने पर स्वास्थ्य सुविधा भी मिलेगी. इतना ही नहीं चोरी होने या फिर छेड़छाड़ होने पर चालक के माध्यम से कॉल नजदीकी पुलिस स्टेशन में की जाएगी. बसें सीसीटीवी कैमरों से लैस होगी.
जम्मू-कश्मीर में शांति और सुरक्षा के नये युग की शुरुआत हुई है
शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में शांति और सुरक्षा के नये युग की शुरुआत हुई है। राज्य में आतंकी घटनाओं में 70 फीसदी की कमी आई है। नागरिकों की मृत्यु में 81 फीसदी, सुरक्षा बलों की मृत्यु में 48 फीसदी की कमी आई है। राज्य में वर्ष 2023 में पथराव की एक भी घटना सामने नहीं आई है। इससे पता चलता है कि राज्य अब विकास की ओर बढ़ रहा है। राज्य में वर्ष 2023 में एक भी हड़ताल नहीं हुई है। टेरर फाइनेंस पर नकेल कसी गई है। आतंकी संगठनों पर पाबंदी लगाई गई है।
आज जम्मू-कश्मीर का युवा मुख्यधारा से जुड़कर राज्य को मजबूत कर रहा है
शाह ने कहा कि वर्ष 2019-20 में राज्य में 297 करोड़ का निवेश आया था। वर्ष 2022-23 में 2,153 करोड़ का निवेश आया है और 6 हजार करोड़ का निवेश पाइप लाइन में है। आज जम्मू-कश्मीर का युवा मुख्यधारा से जुड़कर राज्य को मजबूत कर रहा है। बहुत जल्द कश्मीर आतंकवाद से पूरी तरह मुक्त होकर पर्यटन का मुख्य केंद्र बन जायेगा।
साथ ही केन्द्रीय गृह मंत्री ने जम्मू कश्मीर संयुक्त परीक्षा- 2024 बैच के 209 सफल अभ्यर्थियों को उनका नियुक्ति पत्र भी दिया. इनमें जम्मू कश्मीर एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस के 96, अकाउंट गज़ट सर्विस के 63 और पुलिस सर्विस के 50 अफसर शामिल हैं. उन्होंने कहा कि आज से इन अधिकारियों के जीवन में नई शुरूआत हो रही है और इस वक्त की इन अधिकारियों की सोच इनके पूरे जीवन का रास्ता प्रशस्त करने में मदद करेगी.
अमित शाह ने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के शासन में पारदर्शी व्यवस्था के कारण मेरिट के आधार पर इन अधिकारियों को ये नौकरियां मिली है. मोदी काल में सिफारशी पर्ची के आधार पर नहीं, बल्कि परीक्षा के पर्चे का आधार पर नौकरियां मिलती हैं.
केंद्रीय गृह मंत्री ने याद दिलाया कि अगस्त 2019 से अब तक धारा 370 और 35A समाप्त होने के बाद 34 हजार 440 रिक्तियां भरी गई हैं, जिनमें से 24,000 जम्मू कश्मीर सेवा चयन बोर्ड, 3900 जम्मू कश्मीर लोक सेवा आयोग, 2637 जम्मू कश्मीर पुलिस और 2436 जम्मू कश्मीर बैंक द्वारा बरी गई हैं.