जम्मू-कश्मीर के राजौरी के एक मदरसे से रूह कँपा देने वाली हैवानियत सामने आई है। 11 साल के बच्चे को मौलवी ने पहले जमकर पीटा। फिर उसे जंजीर से बाँध दिया। तीन दिन बाद बच्चा किसी तरह मदरसे से भागने में कामयाब रहा। जंजीर से उसके हाथ बँधे देख लोगों ने पुलिस को सूचना दी। फिर बच्चे को मुक्त कराया गया। आरोपित मौलवी बशारत फरार है।
पीड़ित बच्चा राजौरी के अंडरूथ गाँव का रहने वाला है। वह पुल्लिलियां गाँव स्थित मदरसे में 6वीं कक्षा में पढ़ता है। इसी मदरसे के मौलवी बशारत ने शुक्रवार (21 जुलाई, 2023) को उसके साथ बेरहमी से मारपीट की। बच्चा मदरसे से भाग न पाए इसलिए मौलवी ने उसे चेन से बाँध दिया था। तीन दिन बाद रविवार (23 जुलाई, 2023) को मौलवी नमाज की तैयारी कर रहा था। इसी दौरान पीड़ित बच्चा मौका पाकर मदरसे से भाग निकला।
मदरसे से निकलने के बाद डरा-सहमा बच्चा भागता हुआ राजौरी जा पहुँचा। वह मौलवी के चंगुल से तो निकल आया था, लेकिन उसे जिस जंजीर से बाँधा गया था, वह चैन बच्चा नहीं खोल पाया था। ऐसे में लोगों ने उसे जंजीर से बँधा देखकर उससे पूछताछ की। पीड़ित बच्चे ने आपबीती सुनाई। पीड़ित बच्चे ने यह भी बताया कि मौलवी की प्रताड़ना से तंग आकर वह इससे पहले भी भागकर अपने गाँव चला गया था। लेकिन तब घर वालों ने उसे वापस मदरसा भेज दिया था।
बच्चे की बात सुनने के बाद लोगों ने मामले की जानकारी पुलिस और बाल संरक्षण विभाग को दी। मौके पर पहुँची टीम ने बच्चे के हाथ से जंजीर काटी। फिर उसे मेडिकल के लिए हॉस्पिटल ले जाया गया। पुलिस के पहुँचने से पहले ही आरोपित मौलवी बशारत फरार हो चुका था। पुउसकी तलाश जारी है। बाल संरक्षण इकाई की कानूनी अधिकारी शिवांगी कांत शर्मा का कहना है कि बच्चे को सुरक्षित स्थान पर रखा गया है। मामला गंभीर है। आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।