झारखंड हाई कोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के खिलाफ दायर याचिका को खारिज कर दिया है. हाई कोर्ट ने शुक्रवार को यह फैसला सुनाया है. हाई कोर्ट के इस फैसले से हेमंत सोरेन को बड़ा झटका लगा है. करीब 66 दिन बाद आज शुक्रवार को कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया.
Jharkhand HC dismissed the criminal writ petition of former CM Hemant Soren challenging his arrest by the Enforcement Directorate (ED). The court had reserved the order on February 28.
— ANI (@ANI) May 3, 2024
इससे पहले गुरुवार को रांची स्थित पीएमएलए की विशेष कोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की न्यायिक हिरासत 14 दिनों के लिए बढ़ा दिया गया. अब 16 मई तक हेमंत सोरेन को रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय जेल में ही रहना होगा. जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अदालत में पेशी हुई थी, जिसपर कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए उनकी न्यायिक हिरासत की अवधि बढ़ा दिया.
भानु प्रताप और मो. सद्दाम की 14 दिन की हिरासत बढ़ी
वहीं जमीन घोटाले के इसी मामले में जेल में बंद राजस्व उपनिरीक्षक भानु प्रताप और फर्जी दस्तावेज तैयार करने के मास्टरमाइंड मो. सद्दाम की भी गुरुवार को अदालत में ऑनलाइन पेशी हुई और उनकी हिरासत भी 14 दिनों के लिए बढ़ा दी गई. रांची के बड़गाईं अंचल में साढ़े आठ एकड़ जमीन की अवैध तरीके से खरीदारी करने के मामले में ईडी ने हेमंत सोरेन को बीते 31 जनवरी को आठ घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था. इसके बाद से वह जेल में बंद हैं.
पूर्व सीएम की पत्नी लड़ रही हैं चुनाव
पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद उनकी पत्नी कल्पना सोरेन गांडेय विधानसभा सीट से उपचुनाव लड़ रही हैं. इस सीट पर उनके सामने बीजेपी की तरफ से दिलीप कुमार वर्मा चुनाव लड़ रहे हैं. 2019 के विधानसभा चुनाव में गांडेय सीट पर झामुमो के डॉ. सरफराज अहमद ने जीत हासिल की थी. लेकिन, डॉ. सरफराज अहमद के इस्तीफा देने से ये सीट खाली हो गई थी. इसपर अब उपचुनाव करवाया जा रहा है.