झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बने बाबूलाल मरांडी
झारखंड में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता और प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है। गुरुवार को रांची में हुई बीजेपी विधायक दल की बैठक में उन्हें सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया।
मरांडी का आभार प्रकट
नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद बाबूलाल मरांडी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और दोनों केंद्रीय पर्यवेक्षकों सहित पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व का आभार जताया। उन्होंने कहा कि वे गरीब, दलित, शोषित और आदिवासी समाज की आवाज बनकर उनके अधिकारों के लिए संघर्ष करेंगे।
बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षकों की मौजूदगी
- भाजपा संसदीय बोर्ड ने विधायक दल के नेता के चुनाव की निगरानी के लिए दो केंद्रीय पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया था।
- केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव और भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. के. लक्ष्मण (सांसद) इस प्रक्रिया में शामिल रहे।
बाबूलाल मरांडी: झारखंड की राजनीति का बड़ा चेहरा
- झारखंड के पहले मुख्यमंत्री रहे।
- वर्तमान में झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं।
- 2024 के विधानसभा चुनाव में धनवार सीट से 35,438 मतों से जीत दर्ज की।
- मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदारों में माने जा रहे थे, लेकिन भाजपा को विपक्ष में बैठना पड़ा।
- झारखंड विधानसभा में 81 सीटों में से भाजपा गठबंधन को 24 सीटें मिलीं, जबकि झामुमो-कांग्रेस गठबंधन को 56 सीटों के साथ बहुमत मिला और सरकार बनाई।
क्या मरांडी छोड़ेंगे प्रदेश अध्यक्ष पद?
नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद अब बाबूलाल मरांडी को झारखंड भाजपा अध्यक्ष पद छोड़ना पड़ सकता है, क्योंकि आमतौर पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पार्टी अध्यक्ष के पद एक व्यक्ति के पास नहीं होते। पार्टी जल्द ही इस पर निर्णय ले सकती है।