झारखंड से एक बार फिर गौ तस्करी की खबर आई है। इस बार गोवंश से भरे तीन वाहन बरामद हुए। इनमें गायों को इतना ठूँस कर भरा गया था कि कई गोवंशों की मौत हो गई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, झारखंड के गिरिडीह में शुक्रवार (1 दिसंबर 2023) को निमियाघाट थाना क्षेत्र के तूरी टोला के नजदीक ये वाहन पकड़े गए। बताया जा रहा है कि इन वाहनों को बंगाल और बांग्लादेश भेजा जा रहा था।
जब पुलिस ने इन वाहनों (2 कंटेनर और 1 पिकअप वैन) को रोककर जाँच करवाई तो देखा तो इनमें टोटल 110 गोवंश ठूँस-ठूँस कर भरे गए थे। तस्कर इन गाड़ियों को बिहार से शेरघाटी होकर बंगाल के कोलकाता ले जा रहे थे। पुलिस ने इस संबंध में 2 ड्राइवरों समेत 8 तस्करों को गिरफ्तार किया।
इन गौतस्करों की सूचना मिलने के बाद में एसपी ने डुमरी एसडीपीओ सुमित प्रसाद के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई थी, जो कुलगो टोल प्लाजा के पास वाहनों की जाँच में जुटी थी। जब ये तीन वाहन आए और पुलिस को देखा तो कंटेनर और पिकअप वैन को तेजी से भगाने लगे।
पुलिस ने तीनों गाड़ियों का पीछा किया। आखिर में तस्करों की गाड़ी का बैलेंस बिगड़ा और वो डिवाइडर से टकराकर पलट गई। पुलिस ने तेजी दिखाते हुए तीनों वाहनों को कब्जे में किया और गोवंशों को आजादी दिलाई। अनुमान लगाया जा रहा है कि शायद जिस समय वाहन पलटा उस टाइम भी कुछ गोवंशों की मौत हो गई।
वहीं दैनिक जागरण की रिपोर्ट बताती हैं कि पशुओं को वाहनों के भीतर इतनी क्रूरता से एक के बाद एक डाला गया था कि ये हिल भी नहीं पा रहे थे। पहले कंटेनर में इन्होंने 50 गोवंश भरे थे। दूसरे में 43 गोवंश को लादा गया था। इसके अलावा पिकअप वैन में भी 17 गोवंशी लादे गए थे जिनमें से 8 की मौत हो गई। बताया गया है कि इस घटना के बाद जितने भी गोवंश जिंदा (78) बचे पुलिस ने उन्हें मधुबम गौशाला भेज दिया है।
पुलिस ने गौ तस्करी के मामले में वाहन चालक फैज खान, भभुआ निवासी फैयाज खान, रामकिशन राय और शुभम कुमार को गिरफ्तार किया है। इनके अलावा हसनाय खान, सलाउद्दीन कुरैशी, अली शेर कुरैशी व कल्लू आलम और भभुआ के रहनेवाले तौफीक फकीर को गिरफ्तार किया गया है।