हेमंत सोरेन ने आज झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में चौथी बार शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह रांची में आयोजित किया गया, जिसमें राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस भव्य आयोजन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, और इंडिया गठबंधन के अन्य प्रमुख नेता भी उपस्थित रहे।
#WATCH | Congress president Mallikarjun Kharge, Lok Sabha LoP Rahul Gandhi, Karnataka deputy CM DK Shivakumar, Jharkhand Congress state-in-charge Ghulam Ahmed Mir at Ranchi's Morabadi Ground
JMM leader and CM-designate Hemant Soren will take oath as Jharkhand CM, in a while pic.twitter.com/2kf1Mnlk8o
— ANI (@ANI) November 28, 2024
चुनावी प्रदर्शन:
- हेमंत सोरेन ने बरहेट सीट पर भाजपा के गमलियाल हेम्ब्रम को 39,791 मतों से हराकर जीत हासिल की।
- उनकी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेतृत्व वाले गठबंधन ने विधानसभा की 81 सीटों में से 56 सीटें जीतकर बहुमत बनाए रखा।
- भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को केवल 24 सीटें मिलीं।
शपथ ग्रहण समारोह:
- राजधानी रांची में इस मौके पर बड़े स्तर पर सुरक्षा इंतजाम किए गए और यातायात को व्यवस्थित करने के लिए विशेष नियम लागू किए गए।
- समारोह के लिए पूरे शहर में पोस्टर और बैनर लगाए गए थे, जो इस आयोजन की भव्यता को दर्शाते हैं।
राजनीतिक महत्व:
- हेमंत सोरेन की इस जीत ने झारखंड में भाजपा विरोधी गठबंधन की मजबूती को फिर से प्रमाणित किया है।
- इंडिया गठबंधन के नेताओं की उपस्थिति से आगामी 2024 लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी दलों की एकता का संकेत मिलता है।
#WATCH रांची (झारखंड): जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। pic.twitter.com/Ld8Bt3sN3h
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 28, 2024
जेएमएम को अकेले 34 सीटें मिली हैं. कांग्रेस को 16, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) को चार और लेफ्ट को दो सीटो सीटों पर जीत मिली थी. चुनाव नतीजे आने के बाद अगले ही दिन हेमंत सोरेन ने राज्यपाल संतोष गंगवार से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया था. मुख्यमंत्री पद को लेकर किसी भी तरह का कोई सस्पेंस नहीं था लेकिन मंत्रिमंडल की तस्वीर पर गठबंधन के घटक दलों में सहमति अभी नहीं बन सकी है.
जोहार साथयों ,
आज का दिन ऐतिहासिक होगा – एक ऐसा दिन जो हमारे सामूहिक संघर्ष, प्रेम-भाईचारे की भावना और न्याय के प्रति हम झारखंडियों के प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगा।
झारखंड की महान धरा ने हमेशा से विरोध और संघर्ष को जन्म दिया है और झामुमो – भगवान बिरसा, भगवान सिदो-कान्हू, अमर… pic.twitter.com/P2xVe7fQcg
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) November 28, 2024
यही वजह है कि हेमंत सोरेन ने अकेले ही पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. सीएम के साथ जेएमएम कोटे से भी किसी विधायक को मंत्री पद की शपथ नहीं दिलाई गई. बता दें कि कांग्रेस चार पर एक के फॉर्मूले से चार मंत्री पद की डिमांड कर रही है. हेमंत सोरेन की पिछली सरकार में कांग्रेस के चार विधायकों को ही मंत्री बनाया गया था. तब भी कांग्रेस का संख्याबल 16 ही था.