प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 नवंबर को झारखंड में विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए दूसरी बार आएंगे। वे राजधानी रांची में बीजेपी उम्मीदवार के साथ करीब 3 किलोमीटर लंबा रोड शो करेंगे, जो लगभग डेढ़ घंटे तक चलेगा। इस रोड शो को सुरक्षित बनाने के लिए झारखंड पुलिस मुख्यालय और रांची पुलिस ने सख्त सुरक्षा इंतजाम किए हैं। प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए 11 एसपी, 30 डीएसपी, और करीब 4000 अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
पीएम मोदी के स्वागत के लिए आसपास के इलाकों से करीब 20,000 बाइक सवार भी इस रोड शो में शामिल होंगे। इसके अलावा, 501 ब्राह्मण शंख और घड़ियाल बजाकर प्रधानमंत्री के विजय संकल्प का आशीर्वाद देंगे। स्थानीय कलाकार पारंपरिक छऊ नृत्य के माध्यम से उनका स्वागत करेंगे, जिससे झारखंड की सांस्कृतिक धरोहर की झलक भी देखने को मिलेगी।
प्रधानमंत्री मोदी का रोड शो रांची के ओटीसी ग्राउंड से शुरू होकर पिस्का मोड़, मेट्रो गली, दुर्गा मंदिर होते हुए रातू रोड चौक पर समाप्त होगा, जो करीब 3 किलोमीटर का मार्ग है। प्रधानमंत्री के आगमन को ध्यान में रखते हुए नगर निगम ने पूरे मार्ग पर सफाई अभियान तेज कर दिया है। नालियों की सफाई, कूड़ा-कचरा हटाने और ऊंची इमारतों पर सुरक्षा बलों की तैनाती के साथ सड़क के दोनों ओर दो लेयर की बैरिकेडिंग भी की गई है ताकि सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
नगर निगम ने रोड शो के मार्ग पर स्थित सड़कों और नालियों की मरम्मत को भी प्राथमिकता दी है। फ्लाईओवर निर्माण के कारण क्षतिग्रस्त हुई सड़क को जेसीबी की सहायता से ठीक किया जा रहा है, और पानी के जमाव से बचने के लिए उचित निकासी का प्रबंध भी किया गया है।
PM मोदी के स्वागत में हैं तैयार – केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री
रांची के सांसद और केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने बताया कि प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए रांची पूरी तरह तैयार है। शाम 4 बजे के बाद प्रधानमंत्री का रोड शो प्रस्तावित है, और स्थानीय लोग अपने घरों को सजाने में व्यस्त हैं। बताया जा रहा है कि रोड शो के दौरान प्रधानमंत्री मोदी पर फूलों की वर्षा भी की जाएगी, जिससे माहौल और भी उत्साहपूर्ण होगा।
इससे पहले, 4 नवंबर को प्रधानमंत्री मोदी ने झारखंड का दौरा किया था, जहां उन्होंने गढ़वा और चाईबासा में चुनावी सभाएं की थीं। इन सभाओं में उन्होंने झारखंड के लोगों से एनडीए के नेतृत्व में “डबल इंजन” सरकार बनाने का आह्वान किया, जो राज्य के विकास को गति देने के उद्देश्य से केंद्र और राज्य में एक ही गठबंधन की सरकार पर जोर देती है।