कांग्रेस नेता और झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गुरुवार (16 मई, 2024) को झटका लगा है. आलम को कोर्ट ने 6 दिनों की ईडी रिमांड पर भेज दिया है.
#WATCH | Anil Kumar, Additional Solicitor General of India says, "We asked for 10 days' ED remand but he (Jharkhand Minister Alamgir Alam) has been sent for 6 days. The entire cash (that was recovered from household help of his PS Sanjeev Lal) belongs to him…" https://t.co/jfrTJQhlKD pic.twitter.com/u8INdx61Ha
— ANI (@ANI) May 16, 2024
आलमगीर आलम को उनके सहायक से जुड़े परिसर से नकदी बरामद किए जाने के बाद मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने बुधवार को गिरफ्तार किया. केंद्रीय जांच एजेंसी ने उन्हें रिमांड को लेकर आज कोर्ट में पेश किया.
दरअसल ईडी ने छह मई को आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव कुमार लाल और घरेलू सहायक जहांगीर आलम से जुड़े परिसरों पर छापा मारा था. केंद्रीय जांच एजेंसी ने छापेमारी में 36 करोड़ रुपये से ज्यादा जब्त किए थे.
आलमगीर आलम ने क्या कहा?
आलमगीर आलम ने ईडी के दावे पर हाल ही में कहा था कि इससे मेरा कोई लेना नहीं है. मैं संजीव कुमार लाल की गतिविधियों के बारे में नहीं जानते
ईडी का क्या दावा है?
सितंबर 2020 का मनी लॉन्ड्रिंग मामला झारखंड पुलिस की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (जमशेदपुर) के मामले और दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा के मार्च 2023 में राज्य ग्रामीण कार्य विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता वीरेंद्र कुमार राम और कुछ अन्य के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर से संबद्ध है.
राम को पिछले साल ईडी ने गिरफ्तार किया था. ईडी ने दावा किया कि राम निविदा आवंटन और काम के निष्पादन में कमीशन जुटाता था और 1.5 प्रतिशत का कमीशन अपने वरिष्ठों और नेताओं में बांटता था.
ईडी किन लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है?
ईडी राज्य के रसूखदार लोगों की संलिप्तता से जुड़े धन शोधन मामलों की जांच कर रही है और यह पिछले दो से तीन वर्षों में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, भारत प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी छवि रंजन और पूजा सिंघल के अलावा राजनीतिक रूप से जुड़े अन्य लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.