कमिश्नरेट पुलिस लगातार बच्चा चोर गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार कर रही है। पुलिस ने शुक्रवार को झारखंड के कोडरमा से तीन महिलाओं समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अनुराधा देवी एक अस्पताल में नर्स थी। नेटवर्क में वही अगवा बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र बनवाती थी। पुलिस ने पांचों आरोपियों के पास से प्रयागराज के दारागंज क्षेत्र से अगवा चार वर्ष का बच्चा और मिर्जापुर के विंध्याचल क्षेत्र से अगवा तीन साल की एक बच्ची को बरामद किया है।
कार सवार बदमाशों द्वारा 14 मई की रात रविंद्रपुरी चौराहे के पास सो रहे माता-पिता के पास से बच्चे को अगवा कर लिया था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू किया तो बच्चा चोरों के बड़े नेटवर्क का पता चला। कुछ दिनों पहले गिरोह में मुख्य तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था। गिरोह की मास्टर माइंड शिखा मोदनवाल समेत तीन अपहर्ताओं को पुलिस ने कस्टडी रिमांड पर लिया था। पहले से गिरफ्तार इन तीनों अपहर्ताओं ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उन्होंने दो और बच्चों का अपहरण कर उसे झारखंड में बेचा है। इसके बाद पुलिस झारखंड में उनकी निशानदेही पर दो अपहृत बच्चों को बरामद कर लिया। इसके साथ ही पुलिस टीम ने गैंग के पांच और सदस्यों को गिरफ्तार किया।
पकड़े गए गिरोह के नए पांच सदस्यों में झारखंड के चंदवारा थाना क्षेत्र के महुंगाई गांव के जगवीर बरनवाल, इसी प्रदेश के तिलैया कोडरमा के हजारीबाग की अनुराधा देवी, गांधी स्कूल रोड की गुड़िया देवी, तिलैया डैम के मझगांव के संतोष साव और जयनगर जिला के पोंगडंडा की संगीता देवी हैं। पकड़े गए पांचों अभियुक्तों को पुलिस झारखंड से वाराणसी ला रही है।