एनडीए के लोकसभा उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना काफी चर्चा में हैं. उनके कई आपत्तिजनक वीडियो आए हैं, जिस पर कांग्रेस भाजपा से सवाल कर रही है. प्रियंका गांधी से लेकर कई विपक्षी नेता भाजपा पर तंज कस रहे हैं. अब गृह मंत्री अमित शाह ने जवाब दिया है. कर्नाटक में JDS नेता प्रज्वल रेवन्ना के ‘अश्लील वीडियो’ पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘प्रज्वल रेवन्ना मामले पर बीजेपी का स्टैंड बहुत स्पष्ट है. हम देश की मातृ शक्ति के साथ खड़े हैं… मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि वहां पर सरकार किसकी है? सरकार कांग्रेस पार्टी की है. उन्होंने अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की? कार्रवाई हमें नहीं करनी है.’
शाह ने कहा कि यह राज्य की कानून व्यवस्था का मुद्दा है, राज्य सरकार को इस पर कार्रवाई करनी होगी… हम जांच के पक्ष में हैं और हमारे सहयोगी जेडीएस ने भी इसके खिलाफ कार्रवाई करने की घोषणा की है. आज उनकी कोर कमेटी की बैठक है और कदम उठाए जाएंगे. कई क्लिप सामने आने के बाद आरोप लगे हैं कि प्रज्वल ने सैकड़ों महिलाओं का यौन शोषण किया है.
असम में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमित शाह ने कहा कि रेवन्ना को लेकर जो खबरें आ रही हैं, उसे सहन नहीं किया जा सकता. भारतीय जनता पार्टी का स्टैंड साफ है कि हम देश की मातृ शक्ति के साथ हैं, नारी शक्ति के साथ खड़े हैं. नरेंद्र मोदी का पूरे देश को कमिटमेंट है कि कहीं भी मातृ शक्ति के अपमान को सहन नहीं किया जाएगा.
कांग्रेस पर उठाए सवाल
कांग्रेस पार्टी जो हम पर आरोप लगाना चाहती है. मैं छोटी सी बात पूछना चाहता हूं कि वहां सरकार किसकी है. वहां कांग्रेस की सरकार है. अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई. लॉ एंड ऑर्डर का मुद्दा प्रदेश सरकार का है. मैं प्रियंका गांधी से कहना चाहता हूं कि वे हमसे सवाल करने की जगह अपने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री से सवाल पूछें, क्यों जांच नहीं हो रही है.
100 से ज्यादा सीटों के पार निकले…
असम के दौरे पर गए गृह मंत्री अमित शाह ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि दो चरणों के लोकसभा चुनाव में पार्टी का आकलन कहता है कि एनडीए 100 सीटों से बहुत ज्यादा आगे निकल चुकी है. हम 400 पार के लक्ष्य की ओर आगे बढ़ रहे हैं. शुरुआती ट्रेंड के मुताबिक दक्षिण भारत में भी भाजपा को अच्छा रिस्पांस मिला है.
शाह ने बताया, बहुमत का उपयोग कहां किया
शाह ने कहा कि कुछ दिन से कांग्रेस ने 400 पार के लक्ष्य को ट्विस्ट करना शुरू किया है. वे दावा कर रहे हैं कि संविधान बदलने के लिए यह लक्ष्य है. वे दुष्प्रचार कर रहे हैं कि 400 पार करने के बाद भाजपा आरक्षण समाप्त कर देगी. शाह ने कहा कि दोनों चीजें निराधार और तथ्यहीन हैं. भाजपा को पूर्ण बहुमत इस देश की जनता ने 2014 और 2019 में भी दिया. हम 10 साल से पूर्ण बहुमत में सरकार चला रहे हैं लेकिन हमने पूर्ण बहुमत का उपयोग कांग्रेस की तरफ इमर्जेंसी डालकर लोकतंत्र का गला घोंटने के लिए नहीं किया. इमर्जेंसी डालने के लिए लोकसभा का टर्म बढ़ाने के लिए, संविधान बदलने में नहीं किया. हमने पूर्ण बहुमत का उपयोग धारा 370 और तीन तलाक को समाप्त करने में किया. कोर्ट के आदेश के बाद हमारी सरकार ने राम मंदिर के निर्माण में भी जमीन तैयार करने में अपनी भूमिका निभाई.
आरक्षण और मुसलमान
शाह ने कहा कि कांग्रेस झूठ फैला रही है. भाजपा एससी-एसटी, ओबीसी आरक्षण की समर्थक है और हमेशा इसके संरक्षक के रूप में अपनी भूमिका निभाएगी. शाह ने कहा कि कांग्रेस ने संयुक्त आंध्र प्रदेश में मुसलमानों को आरक्षण दिया. उससे ओबीसी का रिजर्वेशन कटा. उसके बाद कर्नाटक में रातोंरात बिना सर्वे किए बगैर सारे मुसलमानों को ओबीसी श्रेणी में डालकर उनके लिए 4 प्रतिशत का कोटा रिजर्व कर दिया. इससे भी पिछड़ा वर्ग का आरक्षण कटा है. भाजपा स्पष्ट रूप से मानती है कि धर्म के आधार पर आरक्षण गैर-संवैधानिक है और जब भी इन राज्यों में हमारे पास अधिकार आएगा, हम धर्म के आधार पर लादे गए आरक्षण को समाप्त करके SC/ST और OBC न्याय दिलाने का काम करेंगे.