प्रज्वल रेवन्ना के आपत्तिजनक वीडियो मामले में बीजेपी ने कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार पर बड़ा आरोप लगाया है. बीजेपी नेता जी. देवराजे गौड़ा ने कहा कि रेवन्ना के आपत्तिजनक वीडियो वाली पेन ड्राइव के प्रसार में डीके के अलावा चार अन्य मंत्री भी शामिल थे. देवराजे ने कहा कि शिवकुमार ने बीजेपी और पीएम मोदी को बदनाम करने और एचडी. कुमारस्वामी की छवि खराब करने के लिए मुझे 100 करोड़ रुपये की पेशकश की थी. देवराजे गौड़ा को यौन उत्पीड़न मामले में गिरफ्तार किया गया था और इस समय वह हिरासत में हैं.
100 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी
देवराजे गौड़ा की पुलिस हिरासत शुक्रवार को समाप्त हो गई. इसके बाद उन्हें जिला जेल ले जाया गया. इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए देवराजे गौड़ा ने बड़ा दावा किया. देवराजे ने कहा, पेन ड्राइव मामले में डी के शिवकुमार का हाथ है और इस मामले को संभालने के लिए चार मंत्रियों एन. चालुवरायास्वामी, कृष्णा बायरे गौड़ा, प्रियांक खरगे और एक अन्य मंत्री की एक टीम बनाई गई थी.
दूसरे चरण से पहले सामने आई क्लिप्स
विवाद प्रज्वल रेक्जा के कथित लीक वीडियों की पेन ड्राइव पर केंद्रित है. दरअसल, 26 अप्रैल को दूसरे चरण के मतदान से कुछ दिन पहले यह क्लिप्स सामने आई थीं. इन वीडियोज में कथित तौर पर प्रज्वल रैवना शामिल थे. इसकी पेन ड्राइव कथित तौर पर गौड़ा को प्रज्वल के पूर्व ड्राइवर कार्तिक गौड़ा के जरिए मिली थी.
कार्तिक से किसने ली पेन ड्राइव?
देवराजे गौड़ा के मुताबिक डीके शिवकुमार ने पूरी योजना बनाई और कार्तिक से पेन ड्राइब ली. गौडा में इस मामले में कई राजनीतिक हस्तियों के शामिल होने का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि साजिश के हिस्से के रूप में 4 मंत्री चालुवरया स्वामी, कृष्णा बायरे गौडा, प्रियांक खड़गे और एक अन्य शामिल थे.
PM को भी करना चाहते थे बदनाम
गौड़ा ने आरोप लगाया, डीके शिवकुमार ने मुझे 100 करोड़ रुपये की पेशकश की और बॉरिंग क्लब के कमरा नंबर 110 में 5 करोड़ रुपये की अग्रिम राशि देने आए थे, नकदी सौपने और बातचीत के लिए उन्होंने चनारायपटना से गोपालस्वामी को भेजा था डीके शिवकुमार ही वह व्यक्ति थे, जिन्होंने 100 करोड़ रुपये नकद की पेशकश की थी, क्योंकि वे पीएम मोदी को भी बदनाम करना चाहते थे. डीके यह भी दिखाना चाहते थे कि इसके पीछे पीएम मोदी हैं.
कानूनी एक्शन में फंसाने की कोशिश
गौड़ा ने यह भी दावा किया है कि रिश्वतखोरी की कोशिश के बाद उन्हें कई कानूनी परेशानियों में फंसाने की कोशिश भी की गई, गौड़ा ने कहा, ‘मैं इससे सहमत नहीं था इसलिए उन्होंने मुझे अत्याचार के मामले में फंसाने की कोशिश की. जब उन्हें कोई ठोस सबूत नहीं मिला तो उन्होंने एक अन्य महिला पर यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया. जब इससे भी बात नहीं बनी तो उन्होंने एक दुष्कर्म का मामला दायर किया, लेकिन चार दिनों की पुलिस हिरासत में जांच के बावजूद उन्हें इसे साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं मिला.
प्रज्वल रेवन्ना पर यौन शोषण के कई आरोप
पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते और हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर महिलाओं के साथ यौन शोषण के कई आरोप हैं. वह फिलहाल देश से फरार है. उसे भारत लाने की कोशिश की जा रही है. इस मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया गया है. रेवन्ना से जुड़े आपत्तिजनक वीडियो सामने आने के बाद जेडीएस ने प्रज्वल को पार्टी से सस्पेंड कर दिया है.
रेवन्ना पर रेप, यौन उत्पीड़न आपराधिक धमकी समेत कई मामले हैं. मामला सामने आते ही रेवन्ना 27 अप्रैल को जर्मनी भाग गया था. प्रज्वल के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है. वह हासन लोकसभा क्षेत्र से भाजपा-जद(एस) गठबंधन के संयुक्त उम्मीदवार थे, जहां 26 अप्रैल को मतदान हुआ था.
रेवन्ना के पिता को 20 मई तक अंतरिम जमानत
एचडी रेवन्ना और उनके बेटे व हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ 28 अप्रैल को होलेनरसीपुर टाउन पुलिस स्टेशन में महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया गया था. 47 वर्षीय घरेलू सहायिका ने पिता पुत्र के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायतकर्ता ने दावा किया था कि पिता और पुत्र ने विधायक के आवास पर उसका यौन उत्पीड़न किया था. मामला सामने आने के बाद प्रज्वल जर्मनी भाग गया. बेंगलुरु की एसीएमएम कोर्ट ने प्रज्वल के पिता की अंतरिम जमानत गुरुवार को 20 मई के लिए बढ़ा दी थी.