केरल का नाम जल्द बदलकर ‘केरलम’ किया जाएगा. इसके लिए केरल विधानसभा आज सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया है. मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि राज्य को मलयालम में ‘केरलम’ कहा जाता है, लेकिन अन्य भाषाओं में यह अब भी केरल ही है. सीएम विजयन ने विधानसभा में धारा 118 के तहत प्रस्ताव पेश किया.
इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार से सभी आधिकारिक दस्तावेजों और संविधान की 8वीं सूची में केरल का नाम बदकर ‘केरलम’ करने का आग्रह किया.इस प्रस्ताव को कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी दल UDF ने किसी संशोधन या बदलाव का सुझाव दिए बगैर स्वीकार कर लिया. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ए एन शमसीर ने समर्थन के आधार पर इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित करने की घोषणा की.
केंद्र सरकार संविधान की 8वीं अनुसूची में केरल को ‘केरलम’ करे
केरल के मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि संविधान की पहली अनुसूची में हमारे राज्य का नाम केरल लिखा हुआ है. उन्होंने कहा कि हम केंद्र केंद्र सरकार से सर्वसम्मति से अनुरोध करते हैं कि वह संविधान के अनुच्छेद तीन के तहत इसे संशोधित करके केरलम करने के लिए तत्काल कदम उठाए और संविधान की आठवीं अनुसूची में उल्लिखित सभी भाषाओं में इसका नाम बदलकर ‘केरलम’ करे.