भाजपा-संघ परिवार के वरिष्ठ नेता पी पी मुकुंदन का बुधवार को यहां एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 77 वर्ष के थे। इसकी जानकारी पार्टी सूत्रों ने दी।
उन्होंने बताया कि मुकुंदन के फेफड़ों से संबंधित बीमारियों का इलाज चल रहा था। इसी दौरान अस्पातल में उनकी मृत्यु हो गई।
अपने स्कूल के दिनों में RSS में शामिल होने के बाद, मुकुंदन ने राज्य में दशकों तक संघ परिवार और भाजपा का नेतृत्व किया, खासकर 1980 में भगवा पार्टी के गठन के बाद। वह 1966 से 2007 तक 41 वर्षों तक RSS के प्रचारक रहे।
कन्नूर जिले के कोट्टियूर में जन्मे मुकुंदन को आपातकाल के दौरान गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया था। वह उस समय त्रिशूर जिले में RSS के प्रचारक के रूप में काम कर रहे थे।
भाजपा में शामिल होने के बाद, मुकुंदन 1990 में पार्टी के राज्य संगठनात्मक महासचिव बने। वह काफी समय से सक्रिय राजनीति से दूर चल रहे थे।
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, मंत्रियों और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया।
Hon'ble Governor Shri Arif Mohammed Khan said:"Heartfelt condolences on the sad demise of Sri P.P.Mukundan,former Pracharak @RSSorg &Org. sec. @BJP4Keralam . Upholding Indian values, he inspired hundreds with his leadership skills. May his soul attain Mukti :PRO, KeralaRajBhavan pic.twitter.com/YafQkvsBLZ
— Kerala Governor (@KeralaGovernor) September 13, 2023