कोच्चि में 27 वर्षीय रेशमा रवि की हत्या उसके साथी नौशाद द्वारा कर दी गयी है। हत्या के मूल में एक अजीब घटना है या कहें स्वयं को बचाने के लिए एक अजीब तहरीर। परन्तु 9 अगस्त 2023 को रेशमा रवि की हत्या जिस क्रूरता और जघन्यता के साथ की गयी है, उसमें किसी भी प्रकार की तहरीर या सफाई की जरूरत नहीं रह जाती है। पुलिस के अनुसार रेशमा और नौशाद की मुलाक़ात सोशल मीडिया के माध्यम से हुई थी। केरल की रेशमा जहां चंगनासेरी की रहने वाली थी तो उसका दोस्त नौशाद कोझीकोड का रहने वाला था। रेशमा की हत्या कैपिल्लई रेसीडेंसी ओयो होटल में रात को साढ़े दस बजे हुई थी, जहां पर नौशाद पिछले कई वर्षों से नौकरी कर रहा था।
रेशमा की हत्या जिस तरीके से की गई थी, उसे सुनकर रोंगटे खड़े हो सकते हैं। हालांकि नौशाद ने स्वयं ही होटल के स्टाफ को बताया कि उसने रेशमा को चाकू मार दिया है। परन्तु जब उसके पास लोग पहुंचे तक वह जिंदा थी, वह अस्पताल ले जाते समय जीवन से हार गयी। पुलिस के अनुसार रेशमा नौशाद से मिलने आई थी और जब वह यहां आई तो उन दोनों में झगड़ा हुआ और नौशाद ने उसका खून कर दिया। यह भी कहा जा रहा है कि नौशाद लिव इन में नहीं रहना चाहता था, मगर रेशमा दबाव डाल रही थी। इसलिए गुस्से में उसने उसका खून कर दिया। नौशाद ने उसका गला काटने का अपराध क़ुबूल भी किया, मगर जो वीडियो सामने आया, उसने सबके होश उड़ा दिए।
आरोपी के फोन में एक वीडियो मिला है, वह वीडियो रेशमा के मरने से पहले का है, जिसमें वह उसे तरह-तरह से प्रताड़ित कर रहा है और वह उससे कह रही है कि कम से कम वह उसे मार दे, जिससे कि उसे दर्द से छुटकारा मिले। मगर फिर भी वह उसे तड़पाना जारी रखता है। उसके बाद वह उसकी गर्दन में चाकू मारता है और तड़पते हुए छोड़ जाता है। पुलिस के अनुसार नौशाद वर्ष 2021 में अलुवा में किसी झगड़े में किसी और के कत्ल की कोशिश के मामले में जेल जा चुका है और जब उसे रिहा किया गया तो वह अलुवा और कोच्चि में अलग-अलग जगहों में रुका था। नौशाद और रेशमा के रिश्ते में दरारें उसके जेल जाने के समय से आने लगी थीं।
नौशाद को यह भी शक हो गया था कि उसके जेल जाने के बाद रेशमा का अफेयर किसी और के साथ हो गया और इसी दौरान रेशमा ने उसके शरीर का मजाक उड़ाया था। उसके बाद उसने यह योजना बनाई और उसे मिलने के लिए बुलाया और लड़ाई के बाद उसका खून कर दिया। पुलिस के साथ पूछताछ में उसने दावा किया कि उसे संदेह था कि वह उस पर जादू-टोना करती है और यही उसकी शारीरिक व्याधि का कारण है। पुलिस को संदेह है कि वह नौशाद अपने बचने के लिए अजीबोगरीब दावे कर रहा है। उसके कुछ दावे तो बहुत ही अजीब हैं जिसमें उसने दावा किया कि जब एक दिन वह रेशमा के साथ सोकर सुबह उठा तो उसका मुहं खून से भरा हुआ था और उसका यह दावा है कि यह रेशमा द्वारा कराए गए जादू-टोने का परिणाम था, और यही आरोप वह उस वीडियो में लगाते हुए दिखाई दिया है, जिसमें वह रेशमा को तड़पा-तड़पा कर मार रहा है।
वहीं पुलिस के अनुसार रेशमा के घरवालों को नौशाद के साथ उसके संबंधों के विषय में पता था और उन्होंने उसे चेताया भी था कि नौशाद ड्रग्स लेता है और इतना ही नहीं उसके कुछ रिश्तेदारों ने पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराई थी कि नौशाद ने रेशमा से गहने ले लिए हैं। मगर वह शिकायत रेशमा के अनुरोध पर वापस ले ली गयी थी। केरल जैसे प्रांत, जहां पर यह कहा जाता है कि शत प्रतिशत साक्षरता है और एक विशेष प्रकार का दर्जा हर केरल वासी को दिया जाता है, ऐसे में उस राज्य में नौशाद का जादू-टोने पर इस सीमा तक अंधविश्वास होना कि वह रेशमा रवि की तड़पा-तड़पा कर हत्या करे समझ से परे है। क्या नौकरी पर रखने से पहले भी पढ़ाई की जांच नहीं होती है ? और क्या किसी भी प्रकार के सभ्य समाज में यह कल्पना भी की जा सकती है कि अंधविश्वास में भरकर कोई नौशाद किसी रेशमा रवि की हत्या कर देगा?
रेशमा रवि अपनी और भाईयों से अलग एर्नाकुलम में रह रही थी और उसे अपने घर हुए अरसा हो गया था, उसने अपने घरवालों से कहा था कि वह ओणम तक घर आ जाएगी। परन्तु दुर्भाग्य से उसके घरवालों का इंतजार अब कभी पूरा नहीं होगा क्योंकि वह नौशाद के अंधविश्वास का शिकार हो गयी है और अब वह कभी भी वापस नहीं जाएगी।
नौशाद को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, अब पुलिस उसकी कस्टडी भी जल्दी ही मांगेगी। परन्तु पढ़े लिखे समाज में इस प्रकार अन्धविश्वास के चलते हत्या करना और वह भी साक्षर राज्य केरल में, चौंकाने वाली घटना है!