मध्य प्रदेश के उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालु बड़ी संख्या में बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंच रहे हैं. यहां महाराष्ट्र के शिरडी से तीन गुना, वहीं राजस्थान के खाटू श्याम से चार गुना ज्यादा श्रद्धालु महादेव के दर्शन करने के लिए आ रहे हैं. यहां श्रद्धालुओं को गर्मी से बचाने के लिए ज्यादातर एरिये को कैनोपी से कवर कर दिया गया है. साथ ही गर्मी में पैर न जले, इसके लिए मैट भी बिछाई गई है.
उज्जैन में महाकाल लोक बनने के बाद भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए रोजाना भक्तों की भीड़ उमड़ रही है. मंदिर समिति के मुताबिक, ऐसा पहली बार हो रहा है कि गर्मी की छुट्टियों(22 अप्रैल से 22 मई) में अभी तक करीब 45 लाख लोग उज्जैन पहुंच चुके हैं. इनमें सबसे ज्यादा श्रद्धालु महाराष्ट्र और राजस्थान से आए हैं. महाराष्ट्र के शिरडी से 3 गुना वहीं,राजस्थान के खाटू श्याम मंदिर से 4 गुना से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच चुके हैं.
इसलिए आ रहे ज्यादा भक्त
इस क्रम में शिरडी से करीब 10.50 लाख तो खाटू श्याम से 15 लाख भक्त पहुंचे हैं. इस दौरान श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के सीईओ विश्व भूषण मिश्र के मुताबिक, मई के 21 दिनों में टोटल 35.99 लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे थे. वहीं, महाकाल मंदिर प्रशासक मृणाल मीना ने इस दौरान बताया कि श्रद्धालु इतनी बड़ी संख्या में इसलिए उज्जैन आ रहे हैं क्योंकि उज्जैन में लगातार धार्मिक गतिविधियां चलती रहती हैं.
श्रद्धालुओं के लिए यह सुविधा
मई में पंचक्रोशी यात्रा हुई. हाल ही में सौमिक अनुष्ठान भी किया गया था. इस दौरान बाबा महाकाल के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी खास इंतजाम किए गए हैं. यहां श्रद्धालुओं को धूप और गर्मी से बचाने के लिए लगभग 80 प्रतिशत एरिये को कैनोपी से कवर कर दिया गया है. इसके अलावा श्रद्धालुओं को पीने के लिए चील्ड यानि ठंडे पानी की भी व्यवस्था की गई है. वहीं, परिसर में घूमते दौरान श्रद्धालुओं के पैर न जलें, इसके लिए मंदिर परिसर में मैट भी बिछाई गई है.