प्रयागराज में आयोजित हो रहे भव्य महाकुंभ का आयोजन भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है, और इस बार यह महाकुंभ ऐतिहासिक रूप से बेहद बड़ा बन चुका है। 44 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में स्नान किया है, और अब भी बड़ी संख्या में लोग इस धार्मिक आयोजन में भाग लेने के लिए प्रयागराज पहुंच रहे हैं।
इस भीड़-भाड़ के कारण, उत्तर प्रदेश से सटे मध्य प्रदेश के जिलों में भारी ट्रैफिक जाम देखने को मिल रहा है। जबलपुर, सिवनी, कटनी, मैहर, सतना, और रीवा जैसे जिलों में लोगों की भारी आवाजाही के कारण रास्तों पर जाम की स्थिति बन गई है। इन जिलों से गुजरने वाली सड़कें अन्य राज्यों से आ रहे श्रद्धालुओं के दबाव के कारण जाम की चपेट में आ रही हैं।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे अगले कुछ दिन तक प्रयागराज की ओर यात्रा न करें और यातायात की स्थिति को ध्यान में रखते हुए उचित निर्णय लें। उन्होंने कहा कि यदि रास्ता साफ हो, तो ही यात्रा की जाए, और यदि जाम में फंस जाएं तो उपयुक्त स्थान पर रुक कर इंतजार करें।
प्रयागराज प्रशासन भी इस मुद्दे को गंभीरता से ले रहा है और श्रद्धालुओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था को प्राथमिकता दे रहा है। राज्य सरकार ने सभी मार्गों पर श्रद्धालुओं के लिए भोजन, पानी और अन्य सुविधाओं का इंतजाम किया है। सोशल मीडिया पर भी यातायात जाम के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जो इस स्थिति को दर्शा रहे हैं।
महाकुंभ का यह आयोजन 13 जनवरी से शुरू हुआ था और 26 फरवरी तक महाशिवरात्रि तक जारी रहेगा। इस दौरान विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के साथ-साथ देश भर से लाखों श्रद्धालु इस आयोजन में शामिल होते हैं।