मध्य प्रदेश में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है. इंदौर लोकसभा सीट से उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने सोमवार (29 अप्रैल) को नामांकन वापस ले लिया. कलेक्टर कार्यालय में जाकर बीजेपी के उम्मीदवार शंकर लालवानी के सामने उन्होंने अपना पर्चा वापस लिया. इस दौरान बीजेपी के नेता रमेश मेंदोला भी साथ थे. जल्द ही कांति बम औपचारिक तौर पर बीजेपी में शामिल होंगे.
नामांकन वापस लेने के बाद से अक्षय कांति का फोन बंद आ रहा है. अक्षय कांति बम के बीजेपी में आने के पीछे वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय की अहम भूमिका मानी जाती है.
कैलाश विजयवर्गीय ने क्या कहा?
इंदौर कैलाश विजयवर्गीय का गढ़ माना जाता है. विजयवर्गीय इंदौर 1 से विधायक हैं. उन्होंने एक्स पर अक्षय कांति बम की तस्वीर के साथ लिखा, ”इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी अक्षय कांति बम जी का माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नेतृत्व में बीजेपी में स्वागत है.
इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी श्री अक्षय कांति बम जी का माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी, राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @JPNadda जी, मुख्यमंत्री @DrMohanYadav51 जी व प्रदेश अध्यक्ष श्री @vdsharmabjp जी के नेतृत्व में भाजपा में स्वागत है। pic.twitter.com/1isbdLXphb
— Kailash Vijayvargiya (Modi Ka Parivar) (@KailashOnline) April 29, 2024
17 साल पुराने मामले में बढ़ी अक्षय कांति बम की मुसीबत
चार दिन पहले 25 अप्रैल को अक्षय कांति बम सहित कुछ और लोगों पर 17 साल पुराने हत्या के प्रयास मामले को बढ़ाया गया. इस मामले में अगली सुनवाई 10 मई को है.
बीजेपी उम्मीदवार के सामने कोई बड़ी चुनौती नहीं
अक्षय कांति बम ने बतौर कांग्रेस प्रत्याशी अपना नामांकन वापस ले लिया है यानी अब वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. कांति बम के नामांकन वापस लेने के बाद बीजेपी के सांसद शंकर लालवानी के सामने कोई खास चुनौती नहीं है. हालांकि अब कांग्रेस का अगला कदम क्या होगा इसको लेकर तस्वीर साफ नहीं हुई है.