मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव सोमवार को अपने कैबिनेट और परिवार के साथ उत्तर प्रदेश के अयोध्या धाम गए थे। यहां सीएम मोहन यादव और उनकी कैबिनेट ने राम मंदिर में प्रभु रामलला के दर्शन किए और पूजा- अर्चना की। इसके बाद सीएम यादव समेत पूरी कैबिनेट भोपाल वापस आई। अयोध्या धाम से वापस आने के बाद सीएम मोहन ने रामलला के दर्शन का अनुभव बताते हुए खुद को और अपनी कैबिनेट को सौभाग्यशाली बताया है।
प्रभु श्रीराम के दर्शन कई जन्मों के पुण्य-प्रताप का प्रसाद होता है।
आज अयोध्या धाम में निर्मित नव्य-भव्य मंदिर में भगवान श्रीराम के दर्शन किए। ऐसा लगा जैसे प्रभु साक्षात अपने रूप में विराजमान हैं, जीवन धन्य हो गया।
भगवान श्रीराम की कृपा हम सभी पर अविराम बरसती रहे, यही प्रार्थना… pic.twitter.com/z1MGDZ61Wl
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) March 4, 2024
रामलला के दर्शन से धन्य हुआ जवीन
यहां मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि अयोध्या के राम मंदिर पहुंचकर प्रभु श्रीरामलला के दर्शन करने से उनका जीवन धन्य हो गया है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में प्रभु श्रीराम के दर्शन करना उनके लिए कई जन्मों के पुण्य का प्रसाद है। सीएम यादव ने यह भी कहा कि रामलला की प्रतिमा देखने पर ऐसा लगता है कि खुद प्रभु राम मंदिर में विराजमान हैं। इसके साथ ही उन्होंने राम मंदिर के गृभ-गृह के दर्शन करने पर खुद को सौभाग्यशाली बताया।
सीएम मोहन यादव की कामना
सीएम मोहन यादव ने कहा कि उनकी बस यही कामना है कि पभु श्रीराम और महाकाल की कृपा सभी पर बनी रहे और सनातन संस्कृति की ध्वज हमेशा इसी तरह लहराता रहे। सीएम मोहन यादव ने आगे कहा कि ‘अयोध्या धाम’ यात्रा उनके और मंत्रिपरिषद के लिए काफी महत्वपूर्ण है। बता दें कि भगवान रामलला के दर्शन के बाद सीएम मोहन यादव ने उत्तर प्रदेश में दो बड़ी घोषणाएं की, जिसमें से एक अयोध्या में मध्य प्रदेश भवन बनवाना है और दूसरा सरयू पर महाराजा विक्रमादित्य के नाम का एक घाट बनवाना है।