लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को झटके पर झटका लग रहे हैं। अब कांग्रेस को मध्य प्रदेश में कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में नुकसान हुआ है। यहां सीएम डाक्टर मोहन यादव के दौरे के पहले नगर निगम के महापौर विक्रम अहाके कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए हैं।
भाजपा में शामिल हुए विक्रम अहाके
विक्रम अहाके ने सीएम हाउस पहुंचकर आज भाजपा की सदस्यता ली। इसके पहले भी कांग्रेस के 7 पार्षदों ने भाजपा की सदस्यता ली थी। छिंदवाड़ा महापौर विक्रम अहाके भाजपा प्रदेश नेताओं के संपर्क में रहे। अभी मुख्यमंत्री निवास पर छिंदवाड़ा के कांग्रेस नेता भाजपा में शामिल होंगे।
#WATCH | Bhopal: Former Congress leader Vikram Ahake joins BJP in the presence of Madhya Pradesh CM Mohan Yadav and Madhya Pradesh BJP President VD Sharma. pic.twitter.com/wjKAGzxVTC
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) April 1, 2024
छिंदवाड़ा सीट से कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ कांग्रेस की टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. इस बीच कांग्रेस के कई नेता-कार्यकर्ता बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. लोकसभा चुनाव में देखा जा रहा है कि बीजेपी छिंदवाड़ा पर खास फोकस कर रही है. बीते चुनाव में बीजेपी को इस पर हार का सामना करना पड़ा था और नकुल नाथ सांसद चुने गए थे. कमलनाथ अभी विधानसभा के सदस्य हैं लेकिन छिंदवाड़ा सीट से वह 9 बार सांसद रहे हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में कमलनाथ ने यह सीट अपने बेटे नकुल नाथ को सौंप दी, जो लोकसभा के लिए दूसरी बार चुनावी मैदान में हैं.
नकुल नाथ छिंदवाड़ा से कांग्रेस के उम्मीदवार
नकुल नाथ ने छिंदवाड़ा सीट से अपना नामांकन दाखिल कर दिया है और उनके सामने बीजेपी ने विवेक साहू को उम्मीदवार बनाया है. कुछ हफ्ते पहले खुद कमलनाथ और नकुल नाथ के बीजेपी जाने की अटकलें सामने आई थी लेकिन बाद में इन अटकलों पर विराम लग गया. अब छिंदवाड़ा कमलनाथ का गढ़ माना जाता है और इस सीट पर बीजेपी में पूरा फोकस किए हुई है, जहां बीते कुछ दिनों में दर्जनों कांग्रेस कार्यकर्ता-नेता कांग्रेस छोड़कर पार्टी में शामिल हुए हैं.
कौन हैं विक्रम अहाके?
विक्रम अहाके कमलनाथ के करीबी माने जाते हैं, जिन्होंने 30 साल की उम्र में छिंदवाड़ा में महापौर चुने गए. वह राजाखोह गांव के रहने वाले हैं. उनके पिता नरेश अहाके एक किसान हैं और मां आंगनबाड़ी में काम करती हैं. विक्रम अहाके ने कांग्रेस को महापौर पद पर 18 साल बाद जीत दिलाई थी. उन्होंने बीजेपी के अनंत धुर्वे को 3,786 वोटों से मात दी थी. विक्रम को 64363 मत प्राप्त हुए थे और 60577 वोट अनंत धुर्वे को मिले थे.