मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में लड्डू का प्रसाद अब श्रद्धालुओं को 24 घंटे मिल सकेगा। इसके लिए महाकालेश्वर मंदिर में एटीएम जैसी मशीन लगाई जा रही है, जिसमें क्यूआर कोड स्कैन करते ही या कैश डालते ही लड्डू प्रसाद का पैकेट मशीन से बाहर निकलेगा। फिलहाल, प्रायोगिक रूप से शुरुआत में दो मशीनें मंगवाई गई हैं, जो जल्द ही काम करना शुरू कर देंगी। यह सुविधा देश के किसी भी अन्य मंदिर में उपलब्ध नहीं है। श्रद्धालुओं को 100 ग्राम का पैकेट 50 रुपये, 200 ग्राम का पैकेट 100 रुपये में, 500 ग्राम का पैकेट 200 रुपये और एक किलो का पैकेट 400 रुपये में मिलेगा।
महाकाल मंदिर के प्रशासक गणेश धाकड़ ने शुक्रवार को बताया कि भोपाल के एक दानदाता ने शुरुआत में दो मशीनें मंदिर में दान देने की बात कही थी। इसके बाद कोयम्बटूर की 5जी टेक्नोलॉजी कंपनी को लड्डू प्रसादी पैकेट की ऑटोमैटिक मशीन का ऑर्डर दिया गया। ये मशीन बनकर तैयार है। दो-तीन दिनों में एक मशीन उज्जैन पहुंच सकती है, जिसे मंदिर परिसर में इंस्टॉल किया जाएगा।
मंदिर में लगने वाली मशीन एटीएम की तरह काम करेगी। श्रद्धालुओं को प्रसाद के लिए कतार में नहीं लगना पड़ेगा। प्रसादी पैकेट निकालने के लिए क्यूआर कोड स्कैन का विकल्प होगा। श्रद्धालु मोबाइल से ही पेमेंट कर 24 घंटे लड्डू प्रसादी प्राप्त कर सकेंगे।
प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि मशीन आने के बाद इसे बैंक से कनेक्ट किया जाएगा। इसमें 100 ग्राम से लेकर 500 ग्राम तक के पैकेट रखे जाएंगे। जो मशीन बन रही है, उसमें 150 पैकेट एक बार में रखने की क्षमता होगी। इसके बाद मशीन को दोबारा रिफिल करना पड़ेगा। दूसरी मशीन आगामी 15 दिनों के भीतर आएगी।
उन्होंने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर समिति द्वारा श्रद्धालुओं को भगवान महाकाल का लड्डू प्रसाद (शुद्ध घी और बेसन से निर्मित) उपलब्ध कराया जाता है, जिसकी मांग न केवल देश में बल्कि विदेशों से आए भक्तों के बीच भी है। प्रतिदिन 50 से 60 क्विंटल लड्डू मंदिर समिति द्वारा बनाए जाते हैं। पर्व के दिनों में विशेष व्यवस्था की जाती है। यह लड्डू प्रसाद 100 ग्राम, 200 ग्राम, 500 ग्राम और एक किलो के पैकेट में उपलब्ध है। भगवान महाकाल का लड्डू प्रसाद 400 रुपए प्रति किलो मिलता है। महाकाल मंदिर समिति हर माह 12 हजार लड्डू प्रसादी के पैकेट प्रिंट करवाती है।
फिलहाल महाकाल मंदिर में लड्डू प्रसादी के सात काउंटर हैं. हर काउंटर पर एक-एक कर्मचारी सुबह से शाम तक प्रसाद देने के लिए नियुक्त किया गया है।