इंदौर की मुस्लिम बस्तियों में इन दिनों दो पोस्टर्स शहर भर में चर्चा का विषय बने हुए हैं. इनके कई मायने निकाले जा रहे हैं. ये पोस्टर्स इन रास्तों से हर आने जाने वाले का ध्यान खींच रहे हैं. इन पोस्टरों पर लिखे मैसेज के जरिए मुस्लिम लड़कियों को लेकर जागरुक रहने की अपील की गई है. इन पोस्टरों पर लिखा है-ठहरो, रुको, सुन लो मेरी शहजादी, हमारी शहजादियों के कदम बहकाए जा रहे हैं. उनके जहानों को फेरा जा रहा है. उनके दिलो-दिमाग को बरगलाया जा रहा है और नतीजा – दुनिया खराब, आखिरत खराब, इज्जत खराब, ईमान खराब – इस खराबी को रोकें, बच्चों पर नजर रखें. उन्हें समझाएं.
ये पोस्टर इंदौर के सदर बाजार थाना क्षेत्र के जूना रिसाला के पीछे चौराहे पर लगे हैं. इसी चौराहे पर एक और बैनर लगाया गया है. उस बैनर पर छोटी-सी बेटी को लिये मां-पिता खड़े हैं तो दूसरी ओर मोबाइल दिखाया गया है. इसमें लिखा है – मां-बाप-भाई खुद जिम्मेदार हैं. कभी ध्यान दिया ही नहीं, क्या करती है बहन, बेटी मोबाइल में. अब शहर में इन पोस्टरों के कई मायने लगाये जा रहे हैं.
पोस्टर पर विहिप ने जताई आपत्ति
मुस्लिम बस्ती में लगे इन पोस्टरों की जानकारी जैसे ही विश्व हिंदू परिषद के प्रांत प्रमुख राजेश बिजवे तक पहुंची तो उन्होंने इस कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की. उन्होंने कहा कि जिस तरह आज हिंदूवादी संगठन रोजाना लव जेहाद के मामले में मुस्लिम युवकों को पकड़ रहे हैं, उसको देखते हुए मुस्लिम समाज अब इस तरह हिंदू समाज को बदनाम करने के लिए अपने क्षेत्रों में ऐसे पोस्टर लगा रहे हैं.
उनका यह भी कहना है कि जिस समाज में छोटे बच्चों के साथ ही जानवर तक सुरक्षित नहीं है, उस समाज के लोग अपनी बच्चियों को सुरक्षित रखने के लिए इस तरह के पोस्टर लगा रहे हैं, यह तो काफी चिंताजनक है.