मध्यप्रदेश में 28 मई से एक और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव हो गया है। इसके प्रभाव के चलते प्रदेश में फिर से बारिश, आंधी और ओले का दौर शुरू हो गया है। मौसम वैज्ञानिकों ने सोमवार को भोपाल, ग्वालियर, सागर और चंबल संभागों में गरज-चमक के साथ बारिश की चेतावनी दी है। वहीं, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, रीवा, नर्मदापुरम और शहडोल संभाग में भी मौसम बदला हुआ रहेगा।
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में पहले से तीन वेदर सिस्टम एक्टिव हैं। रविवार से एक और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के एक्टिव होने से मौसम में ज्यादा बदलाव आया है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एच.एस. पांडे ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव होने से वेदर सिस्टम और भी मजबूत हुआ है। इसी कारण प्रदेश में बारिश, ओले और आंधी का सिलसिला चल रहा है। प्रदेश में रविवार दोपहर से ही तेज हवाओं और बारिश का दौर शुरू हो गया था। उज्जैन, सीहोर, रायसेन, गुना समेत कई जिलों में आंधी चली। तेज बारिश हुई, तो कई जगह ओलावृष्टि भी हुई।
नर्मदापुरम में दोपहर बाद बादल छाए रहे तथा शाम को ठंडी हवाएं चलीं। मौसम विभाग ने सोमवार को श्योपुरकलां, गुना, राजगढ़, विदिशा, शिवपुरी, छिंदवाड़ा, अनूपपुर, सागर, शाजापुर, डिंडोरी, आगर-मालवा और सिवनी में ओले गिरने की आशंका जताई है।
25 मई से नौतपा की शुरुआत हो गई है। लेकिन बीते चारों दिन कहीं न कहीं बारिश हुई है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, सीहोर, विदिशा, उज्जैन समेत प्रदेशभर में मौसम बदला सा रहा। कहीं तेज हवा चली तो कहीं बारिश और ओले गिरे। इस कारण दिन के तापमान में उछाल नहीं आ पाया है।