एक तरफ बेटियों और बहनों के लिए योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में मध्य प्रदेश नजीर बनकर उभरा है, वहीं दूसरी ओर कानून व्यवस्था को लेकर जहां से भी शिकायतें आ रही हैं, सरकार जांच कराकर तत्काल एक्शन लेती दिख रही है।
ताजा मामले में लव जिहाद की शिकार वाल्मीकि समाज की बेटी को न्याय दिलाने के लिए मध्य प्रदेश की पुलिस टीम अब कर्नाटक और असम के लिए भेजी गई है। मध्य प्रदेश पुलिस आरोपी उमर फारुख को दबोचकर मध्य प्रदेश लाएगी। बेटी को न्याय दिलाने के लिए पांचजन्य ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
इस संबंध में राज्य के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा, ”लव जिहाद की मानसिकता वालों को प्रदेश में कुचल दिया जाएगा। दमोह की बेटी ने कर्नाटक के रहने वाले उमर फारुख के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। उमर की गिरफ्तारी के लिए मध्यप्रदेश पुलिस कर्नाटक जाएगी। “लड़की हूं लड़ सकती हूं” का नारा देने वाली प्रियंका गांधी वाड्रा जी से अनुरोध है कि पीड़ित बेटी को न्याय दिलवाने के लिए उमर की गिरफ्तारी में मदद करें।”
यह पूरा मामला मध्य प्रदेश के जिला दमोह की उस हिन्दू युवती का है जो बेंगलुरु में एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करने गई थी। वहां उसकी मुलाकात युवक राजू से हुई जोकि मंदिर भी जाता था और उसके सामने पूजा करने का ढोंग करता था, लेकिन उसकी संदिग्ध गतिविधियों को देखकर युवती को शक हुआ। युवती ने किसी तरह लड़के का आधार कार्ड देखा, तब पता चला कि यह मुसलमान है और इसका असली नाम उमर फारुख है। वह असम का रहने वाला है। उसने आपत्तिजनक फोटो और वीडियो भी बना लिए थे। वह युवती का आधार कार्ड समेत अन्य दस्तावेज भी अपने कब्जे में लेकर बैठा था, ऐसे में ये सभी जानकारियां सामने आते ही युवती समझ गई कि वह लव जिहाद का शिकार हो गई है।
इस मामले में जब युवती ने उससे अलग होने की कोशिश की तो लड़के ने जिहादी रंग दिखाना शुरू कर दिया। वह युवती पर इस्लाम कबूल करने और शादी के लिए दबाव बनाने लगा। साथ ही धमकी देने लगा कि यदि बात नहीं मानोगी तो फोटो वायरल कर दूंगा। लेकिन प्रताड़ना सहने एवं तरह की तमाम परेशानियों के बाद भी युवती ने हिम्मत नहीं हारी। वह किसी तरह अपने घर वापस आ गई, जहां उसने अपने माता-पिता को आपबीती सुनाई। घरवालों ने उसे संघर्ष करने की हिम्मत दी। जब दमोह आने के बाद भी उमर फारुख लगातार फोन पर धमकाने लगा और मैसेज पर मैसेज करने लगा, तब जाकर लड़की एसपी ऑफिस अपना शिकायती आवेदन लेकर पहुंची और उमर फारुख के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग करने लगी।
एसपी दमोह ने महिला थाने को इस मामले में एफआईआर करने के निर्देश दिए। आरोपी उमर फारुख पर धर्म स्वातंत्र्य विधेयक, एट्रोसिटी एक्ट, 506 धाराएं लगाई गयी हैं। आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद उसकी गिरफ्तारी के लिए कर्नाटक और असम पुलिस टीम भेज दी गई हैं।
महिला थाना प्रभारी सुषमा श्रीवास्तव का इस पूरे प्रकरण को लेकर कहना है कि पीड़िता का शिकायती आवेदन प्राप्त हुआ था, उसमें जो लिखा हुआ था पुलिस को वह बहुत ही संवेदनशील और गंभीर ज्ञात हुआ। जिसे संज्ञान में लेते हुए पुलिस द्वारा इसमें मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। आरोपी को मध्य प्रदेश की पुलिस गिरफ्तार कर लेगी।