ATS की बड़ी कार्रवाई: मुंबई-ठाणे में सिमी कनेक्शन पर छापेमारी, साकिब नाचन के घर से दस्तावेज जब्त
स्थान: मुंबई/ठाणे
तारीख: 2 जून 2025
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15 ठिकानों पर एकसाथ ताबड़तोड़ छापेमारी
महाराष्ट्र एंटी टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) ने आतंकी नेटवर्क की धरपकड़ के लिए सोमवार सुबह मुंबई, ठाणे, भिवंडी और पडघा समेत राज्य के कुल 15 ठिकानों पर एक संगठित छापेमारी अभियान चलाया। यह कार्रवाई प्रतिबंधित आतंकी संगठन स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) से जुड़े नेटवर्क को ध्वस्त करने की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
सिमी के पूर्व पदाधिकारी साकिब नाचन के घर पर मुख्य छापा
एटीएस ने ठाणे जिले के पडघा इलाके में साकिब नाचन के घर पर प्रमुख छापा मारा।
कौन है साकिब नाचन?
- पूर्व सिमी पदाधिकारी
- 2002-2003 मुंबई बम धमाकों (मुलुंड, विले पार्ले, सेंट्रल रेलवे स्टेशन) में दोषी
- धमाकों में कई लोगों की मौत और दर्जनों घायल
- 2017 में सजा पूरी कर बाहर आया
- एटीएस को शक है कि वह फिर से कट्टरपंथी गतिविधियों में सक्रिय हो गया है
जांच में क्या मिला?
सूत्रों के अनुसार:
- महत्वपूर्ण दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज़ बरामद
- कट्टरपंथी साहित्य और डिजिटल डेटा भी कब्जे में
- संभावित आतंकी साजिश की योजना की भी जांच जारी
ATS और स्थानीय पुलिस मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दे रही हैं। फिलहाल कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन कुछ संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है।
एटीएस की निगरानी और संभावित नेटवर्क
- एटीएस ने साकिब और उसके संपर्कों पर 2017 से नजर रखी थी
- जांच में कट्टरपंथी प्रचार, युवाओं को बरगलाने, और विचारधारा फैलाने की रणनीतियों के संकेत
- कई डिजिटल प्लेटफॉर्म की गतिविधियां भी जांच के दायरे में
सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर
- ऑपरेशन के बाद मुंबई और ठाणे ज़ोन में सुरक्षा सख्त
- भीड़भाड़ वाले स्थानों, रेलवे स्टेशनों, धार्मिक स्थलों पर पेट्रोलिंग बढ़ी
- ATS के वरिष्ठ अधिकारी जल्द प्रेस ब्रीफिंग कर सकते हैं
पृष्ठभूमि: सिमी और उसका इतिहास
- सिमी (SIMI) को भारत सरकार ने 2001 में प्रतिबंधित किया था
- संगठन पर कट्टर इस्लामिक एजेंडा फैलाने, अलगाववाद, और आतंकी संगठनों से संबंध रखने का आरोप
- कई पूर्व सदस्य इंडियन मुजाहिदीन, आईएसआईएस और अन्य आतंकी समूहों से भी जुड़े पाए गए
निष्कर्ष:
ATS की यह कार्रवाई केवल एक व्यक्ति तक सीमित नहीं, बल्कि संभावित आतंकी नेटवर्क को जड़ से खत्म करने की रणनीति का हिस्सा है। आगामी दिनों में इस छापेमारी से जुड़ी नई गिरफ्तारियों और खुलासों की उम्मीद की जा रही है। इससे एक बार फिर यह स्पष्ट हुआ है कि आतंकी विचारधारा के खिलाफ सतर्कता और निगरानी की नीति जारी है।