महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई की है। चुनाव से पहले राज्य के दक्षिण मुंबई स्थित कालबादेवी इलाके में पुलिस ने 12 लोगों के पास से 2.3 करोड़ रुपये नकद जब्त किए हैं। शुक्रवार को अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने यह कार्रवाई एक गुप्त सूचना के आधार पर की। लोकमान्य तिलक मार्ग थाना पुलिस और निर्वाचन अधिकारियों ने गुरुवार की रात कुछ संदिग्ध व्यक्तियों को रोका। तलाशी के दौरान इन व्यक्तियों के पास से भारी मात्रा में नकद रुपये बरामद हुए, जो चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए इस्तेमाल किए जा सकते थे।
अधिकारियों ने बताया कि यह रकम 2.3 करोड़ रुपये थी और इसे जब्त कर लिया गया है। इस मामले की जांच जारी है, और संबंधित लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। चुनाव से पहले इस तरह की बड़ी रकम की बरामदगी, खासकर विधानसभा चुनाव जैसे अहम मौके पर, चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए अहम मानी जा रही है।
यह घटना चुनावी भ्रष्टाचार पर कड़ी नजर रखने और चुनावों में निष्पक्षता सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखी जा रही है।
नकदी ले जा रहे 12 लोग गिरफ्तार
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 12 लोगों के पास से 2.3 करोड़ रुपये नकद जब्त किए हैं। तलाशी के दौरान, ये लोग न तो नकदी से संबंधित कोई दस्तावेज़ प्रस्तुत कर सके और न ही इतनी बड़ी रकम ले जाने का कोई उचित कारण दे पाए।
चुनावों के लिए आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद, निर्वाचन आयोग ने प्रलोभनों और अवैध रूप से चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने वाली वस्तुओं पर कड़ी निगरानी रखी है। इसके तहत, नकद, शराब, या किसी अन्य रूप में चुनावी अनुशासन का उल्लंघन करने की संभावनाओं को रोकने के लिए निगरानी टीमें सक्रिय हैं।
अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में कागजी कार्रवाई शुक्रवार सुबह तक पूरी की गई, और पूछताछ के बाद सभी 12 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया। ये लोग नकदी लेकर जा रहे थे, लेकिन वे इसके वैध स्रोत या उद्देश्य के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दे पाए।
इसके बाद, जब्त की गई नकदी को आयकर विभाग को सौंप दिया गया है, ताकि वह इसकी जांच कर सके और यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह धनराशि किसी अवैध या अनुशासनहीन उद्देश्य के लिए तो नहीं प्रयोग हो रही थी। यह कदम चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, खासकर जब आदर्श आचार संहिता लागू हो और हर संभव प्रयास किया जा रहा हो कि चुनाव निष्पक्ष और भ्रष्टाचारमुक्त हो।
23 नवंबर को आएगा रिजल्ट
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम 23 नवंबर को आएंगे, जिसके लिए 20 नवंबर को मतदान किया जाएगा। इस बार राज्य में महाविकास अघाड़ी और महायुति के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। दोनों गठबंधनों के दलों का दावा है कि अगली सरकार उनकी ही बनेगी, और इन चुनावों में कांटे की टक्कर की उम्मीद जताई जा रही है।
महाविकास अघाड़ी में तीन प्रमुख दल हैं:
- कांग्रेस
- शिवसेना (यूबीटी)
- राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी)
वहीं महायुति गठबंधन में भी तीन प्रमुख दल शामिल हैं:
- शिवसेना (मुख्यमंत्रि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में)
- भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.)
- राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी)
दोनों ही गठबंधनों के नेता और समर्थक यह दावा कर रहे हैं कि उनकी पार्टी या गठबंधन ही सरकार बनाएगा, और अगले पांच सालों तक राज्य की सत्ता उनके पास होगी। अब यह निर्णय 23 नवंबर को मतदान के बाद होगी, जब वोटों की गिनती की जाएगी और परिणाम घोषित किए जाएंगे।
इन चुनावों को लेकर राज्यभर में उत्साह का माहौल है, क्योंकि हर पार्टी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त है। खासतौर पर शिवसेना और एनसीपी के विभाजन के बाद से दोनों गठबंधनों के बीच सियासी संघर्ष और भी अधिक दिलचस्प हो गया है। 23 नवंबर को तय होगा कि महाराष्ट्र की अगली सरकार का नेतृत्व कौन करेगा।