लोकसभा चुनावों के ऐलान से ठीक पहले महाराष्ट्र में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के बाद पूर्व मंत्री बसवराज पाटिल ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. वह कांग्रेस के प्रदेश कार्याध्यक्ष भी थे. जानकारी के मुताबिक वह मंगलवार को बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. बसवराज पाटिल मराठवाड़ा इलाके में बड़े नेता के रूप में जाने जाते हैं.
पिछले कुछ दिनों में महाराष्ट्र कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं ने पार्टी छोड़ी है. इसमें अशोक चव्हाण, मिलिंद देवड़ा, बाबा सिद्दीकी शामिल हैं. अशोक चव्हाण बीजेपी में शामिल हो गए हैं. मिलिंद देवड़ा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पार्टी शिव सेना में शामिल हो गए हैं. इन दोनों नेताओं को राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकित किया गया है. उनकी राज्यसभा सदस्यता लगभग तय है. दूसरी ओर बाबा सिद्दीकी उप मुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी में शामिल हो गए हैं.
बसवराज पाटिल के बारे में जानिए?
बसवराज पाटिल धाराशिव जिले के उमरगा तालुका के मुरुम के रहने वाले हैं. वह पहली बार 1999 के विधानसभा चुनाव में निर्वाचित हुए थे. उस समय पार्टी में उनकी अच्छी स्थिति थी. इसलिए उन्हें उस समय मंत्री बनने का मौका मिला. बसवराज पाटिल 1999 से 2004 तक महाराष्ट्र के ग्रामीण विकास मंत्री थे.
लेकिन 2004 के चुनाव में वह हार गए. उन्होंने पहली बार उमरगा विधानसभा से जीत हासिल की थी. लेकिन बाद में यह निर्वाचन क्षेत्र आरक्षित कर दिया गया. इसलिए, पार्टी ने उन्हें 2009 के चुनावों में औसा निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया. इस चुनाव में उन्होंने जीत हासिल की थी. साथ ही अपने अगले पांच साल के चुनाव यानी 2014 के विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने मोदी लहर के दौरान जीत हासिल की. लेकिन 2019 के विधानसभा चुनाव में उनकी हार हो गई. इसके बाद पार्टी ने उन्हें प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष का मौका दिया.
कांग्रेस बोली कोई फर्क नहीं पड़ेगा
मिली जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बसवराज पाटिल मुरुमकर ने सोमवार को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया। पाटिल 1999 से 2004 के बीच राज्य सरकार में मंत्री रहे थे। वह ओमेरगा-लोहारा और औसा विधानसभा क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। वह 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के अभिमन्यु पवार से हार गए थे। पाटिल से संपर्क नहीं हो सका, लेकिन कांग्रेस नेता अभय सालुंके ने बताया कि उनके पार्टी छोड़ने से कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि वह 2019 के चुनाव में हारने के बाद से जनता के साथ संपर्क में नहीं थे।
कांग्रेस के ये दिग्गज भी दे चुके हैं इस्तीफा
इससे पहले अभी हाल में ही पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। उनके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली देवड़ा ने भी कांग्रेस छोड़ दी थी। लोकसभा चुनाव से पहले एक के बाद एक सीनियर नेताओं के पार्टी छोड़ने से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। अशोक चव्हाण ने बीजेपी तो मुरली देवड़ा ने एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना का दामन थाम लिया था। दोनों नेताओं को राज्यसभा का टिकट भी मिल गया।