उत्तर प्रदेश के बाद लोकसभा सीटों के लिहाज से महाराष्ट्र देश का सबसे बड़ा राज्य है. ऐसे में इसकी सियासी साख भी अन्य राज्यों से ज्यादा है और केंद्र की सत्ता में काबिज होने का सपना देखने वाले दलों की नजर महाराष्ट्र पर भी होती है. 48सीटों वाले महाराष्ट्र में राजनीतिक दलों के साथ दो मुख्य गठबंधन I.N.D.I.A और NDA के बीच भी तल्ख मुकाबला है. महाराष्ट्र की 48 सीटों में इस बार दिलचस्प मुकाबला होने वाला है. 13 ऐसी सीटें है, जहां पर एक या दो प्रतिशत वोट से हार-जीत हो सकती है. 15 सीटों पर तीन प्रतिशत से कम वोट के अंतर से हार जीत होने की संभावना है. बची हुई अन्य सीटों पर NDA और I.N.D.I.A में कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है.
NDA की मिल सकता है 45 फीसद वोट, जानें I.N.D.I.A का क्या होगा?
महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में NDA को बढ़त मिलती नजर आ रही है. 2019 में 41 सीटें जितने वाले NDA को फाइनल ओपिनियन पोल में 45 फीसदी वोट मिलता दिख रहा है. वहीं, I.N.D.I.A गठबंधन को 41 और अन्य को 14 फीसदी वोट मिल सकता है. अगर इन वोट प्रतिशत को सीटों में तब्दील किया जाए तो NDA 30 और I.N.D.I.A गठबंधन 18 सीटें जीत सकता है. महाराष्ट्र के मैदान-ए- जंग में इस बार का मुकाबला 2014 और 2019 से ज्यादा दिलचस्प होने वाला है.
महाराष्ट्र की इन सीटों पर हो सकती है कांटे की टक्कर
महाराष्ट्र में 48 में 9 सीटों पर इस बार काटें की टक्कर होने वाला है. NDA की 9 सीट और I.N.D.I.A गठबंधन की 6 सीटों पर चुनावी लड़ाई बेहद दिलचस्प है. NDA का गढ़ भंडारा, चंद्रपुर, मुंबई नॉर्थ ईस्ट, नासिक, मुंबई साउथ, धुले, सांगली, सोलापुर में NDA और I.N.D.I.A गठबंधन में दिलचस्प टक्कर हो सकती है. इन सीटों पर एक फीसदी वोट से हार और जीत होने का अनुमान है. वहीं, I.N.D.I.A गठबंधन के गढ़ औरंगाबाद, बुलढाणा, नांदेड़, नंदुरवार औए सतारा सीटों पर भी बेहद नजदीकी मुकाबला है.
हल्का सा वोट स्विंग और महाराष्ट्र की इन सीटों पर बदल सकता है नतीजा
महाराष्ट्र की 15 सीटों पर क्लोज फाइट देखने को मिल सकती है. इनमें NDA ने बीड, डिंडोरी, कोल्हापुर, रामटेक, ठाणे वर्धा में जीत दर्ज की थी. इन सीटों पर NDA बढ़त बना सकती है. वहीं, I.N.D.I.A गठबंधन की अहमदनगर, बारामती, भिवंडी, हटकांगले, गढ़चिरौली, हिंगोली, शिरडी, रायगढ़, यवतमाल में I.N.D.I.A गठबंधन के पक्ष में माहौल बनता दिख रहा है. इन सीटों पर तीन फीसदी वोट से हार-जीत हो सकती है. हालांकि एक और तीन फीसदी से हार-जीत वाली सीटों पर अंत समय तक माहौल बनाने वाले उम्मीदवार ही जीत का स्वाद चख पाएंगे.
महाराष्ट्र के रण में कौन है किसके साथ?
महाराष्ट्र में 2019 में विधानसभा के चुनाव हुए. विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ने के बाद उद्धव ठाकरे और बीजेपी अलग-अलग हो गए. एनसीपी और कांग्रेस के समर्थन के बाद उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बन गए. तीन सालों के बाद शिवसेना टूट गई, जहां उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. शिवसेना से अलग होकर एकनाथ शिंदे बीजेपी के साथ चले गए और मुख्यमंत्री बन गए. उधर अजित पवार भी शरद पवार का साथ छोड़कर NDA में चले गए. 2024 के रण में बीजेपी के साथ शिवसेना (शिंदे गुट), एनसीपी (अजित पवार गुट), राष्ट्रीय समाज पार्टी है. राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस भी बीजेपी का समर्थन दिया है. कांग्रेस के साथ शिवसेना (उद्धव गुट), एनसीपी (शरद पवार गुट) है.