महाराष्ट्र विधानसभा के विशेष सत्र का पहला दिन राजनीतिक गर्मागर्म घटनाओं से भरा रहा। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्रियों एकनाथ शिंदे और अजीत पवार ने विधानसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली। इसके साथ ही विपक्षी दलों ने इस सत्र का बहिष्कार किया, जिससे सत्र के राजनीतिक माहौल पर विवाद गहराया।
विपक्ष का विरोध और आदित्य ठाकरे का बयान
- आदित्य ठाकरे ने विधान भवन के बाहर अपनी पार्टी शिवसेना (यूबीटी) के कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन किया।
- उन्होंने आरोप लगाया कि ईवीएम का इस्तेमाल कर लोकतंत्र की हत्या की जा रही है।
- आदित्य ठाकरे का कहना था कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे जनता के वास्तविक जनादेश को नहीं दर्शाते।
- उन्होंने शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार करते हुए इसे लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ बताया।
मी देवेंद्र सरिता गंगाधरराव फडणवीस…
महाराष्ट्र विधानसभेचा सदस्य म्हणून आज विशेष अधिवेशनात शपथ घेतली.
(विधान भवन, मुंबई | 7-12-2024)#Maharashtra #Mumbai #VisheshAdhiveshan pic.twitter.com/KaJlSjKLsq
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) December 7, 2024
घटनाक्रम के मुख्य बिंदु:
- भाजपा-शिवसेना गठबंधन की राजनीतिक मजबूती:
- मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में महाराष्ट्र सरकार ने हाल के चुनावों में सफलता का दावा किया।
- एकनाथ शिंदे और अजीत पवार के उपमुख्यमंत्री पद पर बने रहने के बाद सत्ता समीकरण मजबूत दिख रहा है।
- विपक्ष का बहिष्कार:
- विपक्ष ने सरकार पर चुनावी प्रक्रियाओं में अनियमितताओं का आरोप लगाया।
- ईवीएम के मुद्दे को उठाते हुए विपक्ष ने इसे जनता के साथ विश्वासघात करार दिया।
- शपथ ग्रहण समारोह:
- सत्ता पक्ष के नेता विधानसभा में शपथ लेने पहुंचे, लेकिन विपक्षी दलों की अनुपस्थिति ने कार्यक्रम को एकतरफा बना दिया।
राजनीतिक संदेश:
यह घटनाक्रम महाराष्ट्र की राजनीति में ईवीएम की पारदर्शिता और जनादेश की वैधता पर एक बार फिर बहस छेड़ता है। विपक्ष के बहिष्कार से सत्र के पहले दिन का माहौल विवादित हो गया, जबकि सत्तारूढ़ दल ने इसे अपनी राजनीतिक स्थिरता का संकेत बताया।
जय जय महाराष्ट्र माझा, गर्जा महाराष्ट्र माझा..!
राज्यगीताच्या प्रेरणादायी सुरांनी मुंबई येथे विशेष अधिवेशनाचा प्रारंभ..@Dev_Fadnavis #Maharashtra #Mumbai #SpecialAdhiveshan #VidhanBhavan #DevendraFadnavis pic.twitter.com/NdW6okCt6Y
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) December 7, 2024
आदित्य ठाकरे का बड़ा बयान
आदित्य ठाकरे ने आगे कहा, ‘आज इस शपथग्रहण समारोह में कोई उत्साह नहीं है।पता नहीं यह जनादेश जनता का है या चुनाव आयोग का। सोलापूर के मारकडवाडी में जनता बैलेट पेपर पर वोटिंग करना चाहती थी लेकिन प्रशासन ने मतदान की इजाजत नहीं दी। अब प्रशासन वहां लोगों को गिरफ्तार कर रही है। अबतक 20 लोगों को गिफ्तार किया गया है। इसी के विरोध में आज महाविकास अघाड़ी के विधायक शपथ नहीं लेंगे।’
अजित पवार और शिवसेना शिंदे नेता ने दिया जवाब
इसपर अजित पवार ने उन्हें जवाब दिया, ‘यह ईवीएम और भारत के चुनाव आयोग का आदेश है। यहां इस तरह के आरोप लगाने का कोई मतलब नहीं है। उन्हें (विपक्ष को) चुनाव आयोग के पास जाना चाहिए और अगर वहां उन्हें न्याय नहीं मिलता है तो उन्हें अदालत का दरवाजा खटखटाना चाहिए।’
शिवसेना यूबीटी के इस फैसले पर कि उनके जीते हुए विधायक शपथ नहीं लेंगे, शिवसेना नेता मनीषा कायंदे ने कहा, ‘वे (महा विकास अघाड़ी) बहुत बचकानी बातें कर रहे हैं। विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव मतपत्र के जरिए किया जाएगा और फिर वे इलेक्ट्रॉनिक मशीनों की मांग कर सकते हैं, अगर ऐसा होता रहा तो देश में कहीं भी सरकार का गठन नहीं होगा, जिस तरह से चुनाव हुआ है, वह लोकतांत्रिक तरीके से हुआ है। सभी निर्वाचित विधायक आज शपथ लेंगे और उसके बाद के नेता 3 पार्टियां करेंगी साथ बैठें और निर्णय लें, उनकी चर्चा पहले ही शुरू हो चुकी है।’