केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार से महाराष्ट्र के दौरे पर हैं। यहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया। इसके बाद खबर आई है कि महाराष्ट्र में एनडीए गठबंधन के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति बन गई है। गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक में सीएम एकनाथ शिंदे, अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस और आशीष शेलार शामिल थे। करीब आधे घंटे तक चली बैठक में सीट शेयरिंग के फॉर्मूले पर सहमति बन गई है।
45+ सीटें जीतने का लक्ष्य
भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन ने इस बार महाराष्ट्र की 48 में से 45+ लोकसभा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। जनसभा को संबोधित करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि आगामी चुनाव में 40-41 सीटें नहीं चलेंगी। इस बार, हमें यहां महाराष्ट्र में 45 से ज्यादा सीटों का आशीर्वाद दें। आपको बता दें कि एनडीए गठबंधन में भाजपा, एकनाथ शिंदे की शिवसेना, अजित पवार की एनसीपी जैसे कई दल शामिल हैं।
32 से ज्यादा सीटों पर लड़ सकती है भाजपा
सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई बैठक में एनडीए के बीच सीटों का फॉर्मूला तय हो गया है। भाजपा महाराष्ट्र में 32 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। वहीं, शिवसेना और एनसीपी को विनिबिलिटी के आधार पर सीटें मिलेंगी। सूत्रों के मुताबिक अमित शाह ने कहा है कि नरेंद्र मोदी को पीएम बनाना और महाराष्ट्र में 45 से ज्यादा सीटें जितना ही प्राथमिकता है।
INDI अलायंस को चुनौती
संभाजीनगर में रैली को संबोधित करते हुए गृह मंत्री शाह ने कहा कि मैं INDI गठबंधन को चुनौती देता हूं कि आगे आएं। उनके भी 10 साल थे और हमारे भी 10 साल थे, हिसाब-किताब करिए। वे चाहें तो अपने 40 साल और हमारे 10 साल का हिसाब कर लें, हमारे 10 साल का पलड़ा भारी दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी देशभक्तों की टोली, भाजपा के नेता हैं और जिन्होंने 10 वर्ष में भारत के अंदर आमूल-चूल परिवर्तन लाने का प्रयास किया, उनका लक्ष्य है 2047 तक भारत माता को विश्वगुरु के स्थान पर बैठाना।
2019 के चुनाव का क्या रहा था परिणाम
इससे पहले 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 25 तो शिवसेना ने 23 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. इस चुनाव में बीजेपी ने 25 तो शिवसेना ने 23 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. इस चुनाव में बीजेपी ने 23 तो शिवसेना ने 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी. हालांकि शिवसेना में दो फाड़ होने के बाद शिंदे के पास अब 13 सांसद ही हैं.