महाराष्ट्र के नांदेड़ स्थित डॉ. शंकरराव चव्हाण सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में मौत का आंकड़ा अब 24 से बढ़कर 31 हो गया है। मौत की इन घटनाओं पर अस्पताल प्रशासन की ओर से एक प्रेस नोट जारी किया गया है। इन नोट में कहा गया है कि प्राइवेट अस्पतालों से गंभीर मरीजों को जिला अस्पताल में रेफर किया गया। ये मरीज लास्ट स्टेज में जिला अस्पताल में भर्ती कराए गए। प्रेस नोट के मुताबिक 30 सितंबर से 1 अक्टूबर के बीच 24 मरीजों की मौत हुई। इनमें से 12 वयस्क मरीज (05 पुरुष, 07 महिला) और 12 बच्चे थे।
बेहद गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचे मरीज
मौत की वजह बताते हुए अस्पताल प्रशासन ने कहा कि जिनकी मौत हुई उनमें व्यस्क मरीजों में 4 हृदय रोग, 1 जहर, 1 गैस्ट्रिक रोग, 2 किडनी रोग, 1 प्रसूति संबंधी जटिलताएं, 3 दुर्घटना एवं अन्य बीमारियों तथा 4 बच्चे ऐसे थे जो लास्ट स्टेज में जिला अस्पताल में भर्ती कराए गए। पिछले 2 दिनों में नांदेड जिले और अन्य जिलों से अधिक गंभीर मरीज, खासकर लाइलाज बिमारी वाले मरीज इस सरकारी अस्पताल में भर्ती हुए थे। वहीं अस्पताल प्रशासन ने कहा कि दवाओं की कोई कमी नहीं है। अस्पताल में आवश्यक दवाएं मौजूद हैं।
भर्ती मरीजों पर डॉक्टर और स्टाफ नजर रखे हुए हैं
अस्पताल प्रशासन ने बताया कि फिलहाल जो मरीज भर्ती है उनपर डॉक्टर और स्टाफ नजर रखे हुए हैं। यह अस्पताल कई वर्षों से अच्छी सेवाएं दे रहा है। दरअसल, नांदेड़ जिले के सरकारी अस्पताल में 24 घंटे में बच्चे सहित 24 लोगों की मौत पर बवाल मचा हुआ है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने एकनाथ शिंदे सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यह घटना सरकार की नाकामी उजागर करती है। शरद पवार ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है कि वह अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
#WATCH | Maharashtra | Dr Shyamrao Wakode, Dean of Govt Medical College Nanded says, "In the last 24 hours, 24 people lost their lives. Around 12 children (1-2 days old) died in the last 24 hours. These children were suffering from different ailments. Among the adults, there were… pic.twitter.com/FG6ZH3EYD9
— ANI (@ANI) October 3, 2023