महाराष्ट्र के हिंगोली में गुरुवार सुबह एक के बाद एक दो बड़े भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. 10 मिनट के अंतराल में ये झटके दर्ज किए गए हैं. जानकारी के मुताबिक, हिंगोली में भूकंप का पहला झटका सुबह 6 बजकर 8 मिनट पर महसूस किया गया. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.5 दर्ज की गई. वहीं दूसरा झटका सुबह 6 बजकर 19 मिनट पर महसूस हुआ. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 3.6 दर्ज हुई.
Earthquake of Magnitude:3.6, Occurred on 21-03-2024, 06:19:05 IST, Lat: 19.41 & Long: 77.32, Depth: 10 Km ,Location: Hingoli,Maharashtra India for more information Download the BhooKamp App https://t.co/cQSlx6Ald0 @ndmaindia @Indiametdept @KirenRijiju @Dr_Mishra1966 @Ravi_MoES pic.twitter.com/s0y8nrufXb
— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) March 21, 2024
हिंगोली में आए भूकंप का एक वीडियो भी सामने आया है. यह एक छत पर लगे सीसीटीवी का वीडियो है. वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह से भूकंप आते ही कैमरा हिलने लगा.
भूकंप क्यों और कैसे आता है?
भूकंप कैसे आते हैं, इसे समझने के लिए हमें वैज्ञानिक रूप से पहले पृथ्वी की संरचना को समझना होगा. पृथ्वी टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है. इसके नीचे तरल पदार्थ लावा है और इस पर टैक्टोनिक प्लेट्स तैरती रहती हैं. कई बार ये प्लेट्स आपस में टकरा जाती हैं. बार-बार टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज्यादा दबाव पड़ने पर ये प्लेट्स टूटने लगती हैं. ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्ता खोजती है. जब इससे डिस्टर्बेंस बनता है तो इसके बाद भूकंप आता है.
कैसे मापी जाती है तीव्रता?
भूकंप को रिक्टर स्केल पर मापा जाता है. रिक्टर स्केल भूकंप की तरंगों की तीव्रता मापने का एक गणितीय पैमाना होता है, इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है. रिक्टर स्केल पर भूकंप को इसके केंद्र यानी एपीसेंटर से 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है. ये स्केल भूकंप के दौरान धरती के भीतर से निकली ऊर्जा के आधार पर तीव्रता को मापता है.