बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार के खिलाफ सकल हिंदू समाज ने शुक्रवार (16 अगस्त 2024) को महाराष्ट्र बंद का आह्वान किया था। बंद के दौरान नासिक और जलगाँव में पथराव से तनाव फैल गया है। दोनों जगहों से कई तस्वीरें एवं वीडियो सामने आए हैं। हालात को सँभालने के लिए आखिरकार पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा है।
दरअसल, नासिक में बंद के दौरान मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने अपनी दुकानें बंद करने से इनकार कर दिया। इसके कारण दो गुटों के बीच विवाद उत्पन्न हो गया। वहीं भद्रकाली इलाके में विरोध में निकाली जा रही रैली पर कुछ कट्टरपंथियों ने पथराव कर दिया। इससे हालात तनाव हो गए। इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची और स्थिति को नियंत्रित कर लिया।
दरअसल, भद्रकाली इलाके में मुस्लिम दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद करने से इनकार कर दिया था। इसके बाद हिंदू सकल समाज के लोग वहाँ बाइक से बंद कराने के लिए पहुँचे तो उन पर पथराव करा दिया गया। इस दौरान हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज भी करना पड़ा। कहा जा रहा है कि इसमें कई लोग घायल हो गए हैं।
राहुल शिवशंकर ने पोस्ट किया, “नासिक में बाइक रैली का विरोध करते हुए हिंदू समूहों पर हमला किया गया। भद्रकाली इलाके में हिंसक झड़प और पथराव हुआ। कई लोग घायल हो गए। पुलिस ने व्यवस्था बहाल कर दी है। समझ में नहीं आता कि बांग्लादेश में हिंदुओं के समर्थन में कोई सक्रिय रूप से विरोध क्यों करेगा? वह भी भारतीय धरती पर!”
Update: the clash in Nashik happened after a bike rally brought out by Hindu groups encountered resistance, leading to a violent face-off and stone pelting in the Bhadrakali area.
Several people are injured. Police has restored order.
Can't fathom why anyone would actively… pic.twitter.com/SdKAndBD0C
— Rahul Shivshankar (@RShivshankar) August 16, 2024
बांग्लादेश में हिंदू समाज के खिलाफ हिंसा को लेकर नासिक रोड परिसर के सुभाष रोड, देवलाली गाँव स्टेशन रोड, डॉक्टर बाबासाहेब आंबेडकर रोड, छत्रपति शिवाजी पुतला चौक परिसर, बिटको चौक, मुक्तिधाम परिसर, जेल रोड, सिन्नर फाटा क्षेत्र में स्थित दुकानें बंद रहीं। सुरक्षा के लिए पुलिस ने अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए हैं। साथ ही लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है।
वहीं, जलगाँव में बांग्लादेशी हिंदुओं पर अत्याचार को लेकर निकाले जा रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान पत्थरबाजी को लेकर दो समुदायों के बीच हालात तनावपूर्ण हो गए। पुलिस ने किसी अनहोनी से बचने के लिए यहाँ भी इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती की है। लोगों को अफवाहों पर ध्यान नहीं देने का आदेश दिया गया है।