महाराष्ट्र के शिवतीर्थ शिवाजी पार्क में शुक्रवार (17 मई) को एनडीए की रैली का आयोजन किया गया था. इस रैली में मनसे प्रमुख राज ठाकरे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ही मंच पर पहली बार दिखे. एनडीए की रैली को एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने संबोधित किया. उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी की जीत का दावा किया और कहा कि “पंडित नेहरू के बाद तीसरी बार पीएम बनने वाले नरेंद्र मोदी का स्वागत है.”
उद्धव ठाकरे और शरद पवार पर निशाना साधते हुए राज ठाकरे ने कहा कि “जो सत्ता में नहीं आने वाले उनके बारे में क्या बोलना.” इसके साथ ही उन्होंने कहा कि “90 के दशक में बाबरी मस्जिद में प्रकरण हुआ. मुलायम सिंह यादव के लोगों ने कारसेवकों पर गोली चलाई. वो तस्वीर मैं नहीं भूलता. राम मंदिर बनेगा क्या, ये हमेशा सोचता था. मोदी हैं इसलिए मंदिर बना.”
राज ठाकरे ने क्या कहा?
आगे उन्होंने कहा कि “कश्मीर से 370 हटाया. जो इतने साल नहीं हो पाया वो पीएम मोदी ने कर के दिखाया. अब कश्मीर में जमीन ले सकते हो. भारत का अभिन्न अंग है ये अब स्पष्ट हुआ.” राज ठाकरे ने आगे कहा कि “राजीव गांधी के समय शाहबानो प्रकरण आया राजीव गांधी ने लोकसभा में कोर्ट का फैसला पलट दिया. पीएम मोदी ने ट्रिपल तलाक ही रद्द कर दिया. इससे मुस्लिम महिलाओं को सम्मान मिला.”
वहीं राज ठाकरे ने असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधते हुए कहा कि “लाखों और करोड़ों मुस्लिम देश भक्त है, कुछ ही उपद्रवी हैं, लेकिन ये पिछले 10 साल में देश में उपद्रव नहीं कर पाए. कांग्रेस की सत्ता इनका आसान दरवाजा है.” बता दें जनवरी 2006 में अपनी एमएनएस पार्टी की स्थापना के बाद राज ठाकरे पहली बार बीजेपी के प्रमुख नेताओं के साथ मंच पर दिखे. हालांकि, उन्होंने पिछले दो हफ्तों में महायुति उम्मीदवारों के लिए कम से कम तीन से चार रैलियों को संबोधित किया है.
राज ठाकरे ने पीएम मोदी से की ये मांग
- मराठी भाषा को अभिजात भाषा का दर्जा मिलना चाहिए.
- महाराष्ट्र के इतिहास में सवा सौ वर्ष का हिंदवी स्वराज का शासन है. यह स्कूल के इतिहास में बचपन से बच्चों को पढ़ाया जाए.
- शिवाजी महाराज के गढ़ किलों का संवर्धन किया जाए.
- मुंबई-गोवा महामार्ग अभी भी खस्ताहाल है, इसका काम जल्द से जल्द काम पूरा किया जाए.
- रेलवे के लिए और बेहतर सुविधा करें यही कामना है.
- विपक्ष ने मांग उठाई थी कि अगर आप तीसरी बार सत्ता में आए तो संविधान बदल दिया जाएगा, आपने उन्हें जवाब दे दिया है. मैं जानता हूं कि आप संविधान नहीं बदलेंगे, लेकिन एक बार फिर आप देश को आश्वस्त कर सकते हैं कि भारत के संविधान पर कोई आंच नहीं आएगी.