प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 जनवरी को अटल बिहारी वाजपेयी सेवरी – न्हावा शेवा अटल सेतु का उद्घाटन किया. शनिवार को पीएम ने अपने ऑफिशियल ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया जहां उन्होंने अटल सेतु के महत्व पर प्रकाश डाला, जिसे मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (एमटीएचएल) के रूप में भी जाना जाता है.
पीएम मोदी ने शेयर किया वीडियो
17,840 करोड़ की लागत से निर्मित, यह मुंबई के सेवरी और रायगढ़ जिले के न्हावा शेवा क्षेत्र को जोड़ने वाला देश का सबसे लंबा समुद्री पुल है. पीएम मोदी द्वारा एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किए गए वीडियो में उद्घाटन समारोह के क्षणों के साथ पुल की झलक भी देखी जा सकती है. उन्होंने वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा, “अटल सेतु, एक अग्रणी परियोजना है जो मुंबई में बुनियादी ढांचे को बदल देगी! कल इसका उद्घाटन करके खुशी हुई.”
Atal Setu, a pioneering project that will transform infrastructure in Mumbai! Happy to have inaugurated it yesterday… pic.twitter.com/zC1byGQq5n
— Narendra Modi (@narendramodi) January 13, 2024
‘कल्पना पूरे देश ने वर्ष 2014 में की थी’
2 मिनट की इस क्लिप में, पीएम मोदी ने कहा, “अटल सेतु विकसित भारत का प्रतिबिंब है. यह उस तरह के विकसित भारत की एक झलक प्रदान करता है जैसा हम बनना चाहते हैं. अटल सेतु उस महत्वाकांक्षा के जागरण का प्रतीक है जिसकी कल्पना पूरे देश ने वर्ष 2014 में की थी.
‘चुनौतियों को उपलब्धियों में बदलते देखा’
उन्होंने कहा, “इन 10 वर्षों में हमारे देश ने अपने सपनों को साकार होते और चुनौतियों को उपलब्धियों में बदलते देखा है. अटल सेतु इसी भावना का परिचायक है.”
‘अब मिनटों में पूरी हो सकती यात्रा’
पीएम मोदी ने कहा, “आज कोई भी अटल सेतु को देखकर गर्व से कह सकता है कि इसमें जितने तार लगे हैं, उतने तार पूरी पृथ्वी को घेर सकते हैं. उन्हें ख़ुशी होगी कि मुंबई और रायगढ़ के बीच की दूरी काफी कम हो गई है. जो यात्रा कई घंटों में पूरी होती थी वह अब मिनटों में पूरी हो सकती है.”
उद्घाटन के बाद पीएम मोदी 21.8 किलोमीटर लंबे समुद्री पुल से होते हुए पनवेल के नवी मुंबई एयरपोर्ट तक पहुंचे. समुद्र पर 16.5 किमी और जमीन पर 5.5 किमी तक फैला अटल सेतु भारत का सबसे लंबा समुद्री पुल है.
2016 में प्रधानमंत्री मोदी ने रखी आधारशिला
छह लेन का ट्रांस-हार्बर पुल 21.8 किमी लंबा है और 16.5 किमी लंबा सी-लिंक है. इस पुल के बनने से मुंबई और नवी मुंबई आने जाने में घंटों के बजाये महज 15-20 मिनट का समय लगेगा. पुल की आधारशिला दिसंबर 2016 में प्रधानमंत्री मोदी ने रखी थी.
बाधाओं के बावजूद पुल का निर्माण पूरा किया गया
प्रधानमंत्री ने नवी मुंबई में एक कार्यक्रम में कहा कि जब उन्होंने इस परियोजना (तब इसे मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक या एमटीएचएल कहा जाता था) की आधारशिला रखी तो उन्होंने संकल्प लिया था कि देश में बदलाव आएगा. पीएम मोदी ने कहा कि कोविड-19 महामारी से बाधाओं के बावजूद पुल का निर्माण पूरा किया गया.
ट्रैवल में कम वक्त लगेगा
अटल सेतु का लक्ष्य मुंबई मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र में कनेक्टिविटी में सुधार करना है, जिससे सेवरी और न्हावा शेवा जैसे प्रमुख स्थानों के बीच ट्रैवल में बेहद कम वक्त लगेगा. देश का यह सबसे लंबा पुल 21.8 किलोमीटर लंबा है जिसमें समुद्र के ऊपर का 16.5 किलोमीटर हिस्सा शामिल है. इसके शुरू होने से मुंबई महानगर से नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की दूरी कम होगी और पुणे, गोवा एवं दक्षिण भारतीय शहरों तक की यात्रा का समय भी घट जाएगा.