महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही खींचतान अब एक नए मोड़ पर पहुंच गई है, खासकर शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के हालिया बयान के बाद। उन्होंने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट किया कि वह मुख्यमंत्री पद को लेकर किसी भी तरह की अड़चन नहीं पैदा करेंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णय का समर्थन करेंगे।
मुख्य बिंदु:
- शिंदे का बड़ा बयान:
- एकनाथ शिंदे ने खुद को “कॉमन मैन” बताते हुए कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री से बात कर यह भरोसा दिया है कि उनकी ओर से मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई अवरोध नहीं होगा।
- उन्होंने यह भी कहा कि उनकी प्राथमिकता महायुति को स्थिर और मजबूत बनाए रखना है।
- बीजेपी की स्थिति मजबूत:
- महायुति के तहत बीजेपी को सबसे ज्यादा 132 सीटें मिली हैं, जो गठबंधन में उनकी मजबूत स्थिति को दर्शाता है।
- इस जीत के बाद से ही देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री बनने की चर्चा तेज थी, लेकिन शिंदे गुट की मांग के चलते असमंजस बना हुआ था।
- शिंदे का त्यागभाव:
- शिंदे का यह बयान संकेत देता है कि वह महायुति की स्थिरता और सहयोग को प्राथमिकता देंगे।
- यह कदम देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ कर सकता है।
पृष्ठभूमि:
- महाराष्ट्र का यह चुनाव एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में लड़ा गया, लेकिन बीजेपी को सबसे ज्यादा सीटें मिलने के कारण सत्ता संतुलन बिगड़ गया।
- शिवसेना (शिंदे गुट) को उम्मीद थी कि एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बने रहेंगे, लेकिन बीजेपी ने फडणवीस को इस पद के लिए प्राथमिकता दी।
अगले कदम:
- बीजेपी जल्द ही मुख्यमंत्री पद को लेकर अपना निर्णय सार्वजनिक कर सकती है।
- एकनाथ शिंदे और उनके गुट के इस त्यागपूर्ण रुख के बाद यह तय माना जा रहा है कि देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री के पद पर काबिज होंगे।
- शिंदे गुट को डिप्टी सीएम या अन्य महत्वपूर्ण मंत्रालयों में बड़ी हिस्सेदारी मिल सकती है।
मोदी- शाह को सराहा
एकनाथ शिंदे ने इस दौरान शाह और मोदी की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि बीजेपी और शाह-मोदी ने मेरा पूरा साथ दिया. वो चट्टान बनकर मेरे साथ खड़े रहे. मैंने पीएम मोदी को फोन करके कहा है कि हमारी तरफ से कोई दिक्कत नहीं है. आप जिसे भी सीएम के लिए चुनेंगे उसे मेरा सपोर्ट है.
मैंने राज्य की बेहतरी के लिए काम किया
इस दौरान शिंदे ने कहा कि मैंने हमेशा राज्य की बेहतरी के लिए काम किया है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की लाडली बहनों का मैं लाडला भाई हूं. अभी बहुत काम करना है. मैंने ढाई साल में राज्य के लिए खूब काम किया है. आगे भी हम इसी रफ्तार से काम करेंगे.महायुति मजबूत है और हम सब मिलकर काम करने को तैयार हैं. एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमने पिछले ढाई साल में लगातार काम किया है. मैं लाडली बहनो का लाडला भाई हूं. मैं हमेशा तत्पर रहता हूं. मैं आगे भी काम करने के लिए तैयार हूं. दरअसल, महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही नए मुख्यमंत्री को लेकर खींचतान जारी है. चाहे एकनाथ शिंदे हों, देवेंद्र फडणवीस हों या फिर अजित पवार… तीनों के ही समर्थक अपने नेता को मुख्यमंत्री बनते देखना चाहते हैं. इसकी बानगी नतीजे वाले दिन भी देखने को मिली थी, जब तीनों नेताओं के समर्थकों ने खुलकर अपने लीडर को सीएम बनाने की मांग शुरू कर दी थी. बता दें कि एकनाथ शिंदे इस समय कार्यवाहक मुख्यमंत्री हैं.
दिल्ली बुलाए गए महायुति के नेता
शिंदे, फडणवीस और पवार को बुलाया गया दिल्ली बता दें कि शिवसेना एनसीपी के प्रमुख नेताओं और देवेंद्र फडणवीस को दिल्ली बुलाया गया है. बीजेपी के हाईकमान ने कल प्रफुल्ल पटेल, अजीत पवार, देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे के साथ अहम बैठक तय की है. बता दें कि महाराष्ट्र की 288 सीटों में से महायुति को 230 सीट मिली थी. बीजेपी ने 132 सीटों पर जीत हासिल की है.