महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में बकरीद से पहले बकरों को लेकर जमकर बवाल हुआ. मुंबई के मीरा रोड की एक सोसायटी में 2 बकरों के लाने पर विवाद शुरू हो गया. सोसायटी में बकरीद (Bakrid) के मौके पर बकरा नहीं काटने का नोटिस लगाया गया था, लेकिन एक परिवार की ओर से कुर्बानी के लिए अपने फ्लैट में बकरा लाया गया. इस कदम का लोगों ने विरोध किया. हालात पर काबू पाने के लिए मौके पर पुलिस पहुंची और बकरे को सोसायटी से बाहर ले गई.
मुंबई से सटे मीरा रोड की एक सोसाइटी में कुछ मुस्लिम परिवार द्वारा बकरी ईद (Bakrid) के दिन की कुर्बानी के लिए दो बकरियां लाई गई थीं. मिली जानकारी के अनुसार, सोसाइटी की नोटिस बोर्ड पर बकरा ना काटे जाने का नोटिस लगाया गया था. इसके बावजूद लिफ्ट के जरिए बकरों को फ्लैट के अंदर लाया गया, जिन्हें बकरीद पर काटा जाना था.
Mumbai | "Our society had passed a rule that no livestock would be allowed inside the society, but they (some residents of the society) violated it and brought two goats inside. We are opposing it and will not allow it," says a resident of the society
"We appeal to all to… pic.twitter.com/jfxQVyaLwJ
— ANI (@ANI) June 28, 2023
नोटिस का हवाला देते हुए हिंदू पक्ष विरोध में उतर गया और विरोध प्रदर्शन करने लगे. प्रदर्शन के दौरान हिंदू पक्ष हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) पढ़ते हुए भी दिखाई पड़े, जिसके बाद तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई. इसके साथ ही कुछ नाराज लोगों ने जय श्रीराम के नारे भी लगाए. स्थिति को काबू करने के लिए भारी पुलिस बल सोसाइटी के अंदर दिखाई दी और यह विवाद आधी रात तक चला. हालांकि, बाद में पुलिस ने लोगों को समझाकर मामला शांत कराया.
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने लोगों को समझाया और अधिकारियों ने बताया कि नियम के मुताबिक सोसायटी में कुर्बानी नहीं दी जा सकती है. पुलिस ने कहा कि हम ऐसा नहीं करने देंगे और अगर कोई ऐसा करता है कि उसे गिरफ्तार किया जाएगा. लोगों की भावनाओं का ध्यान रखते हुए किसी को भी सोसायटी में बकरा नहीं लाने दिया जाएगा.
हालांकि पुलिस के अधिकारियों ने सोसायटी के लोगों से कहा कि नियम के मुताबिक, सोसायटी में कुर्बानी नहीं दी जा सकती है. हम ऐसा करने भी नहीं देंगे. अगर ऐसा किया जाएगा तो केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार करेंगे. लेकिन सोसायटी में ऐसा कोई नियम नहीं है कि कोई आदमी बकरा घर में ला सकता है या नहीं, फिर भी हम लोगों की भावना को देखते हुए बकरा यहां से ले जाने के लिए कहेंगे