पुणे में कोथरुड पुलिस स्टेशन की टीम ने ट्रू कालर की मदद से दो आतंकियों को गिरफ्तार करके एटीएस को सौंप दिया है। पुलिस ने इन दोनों के कोंडवा स्थित घर से लैपटॉप, कारतूस और पिस्तौल का कवर बरामद किया है। दोनों पर एनआईए की ओर से 5-5 लाख रुपये का इनाम घोषित था। आतंकी दो पहिया गाड़ी चुराने के प्रयास में थे। पुलिस ने पकड़ा तो हिंदू नाम बताया, लेकिन ट्रू कालर से सच्चाई सामने आ गई। कोथरुड पुलिस स्टेशन के पुलिसकर्मी अमोल नाजन और प्रदीप चव्हाण ने मंगलवार को तड़के गश्ती के दौरान दोपहिया वाहन की चोरी का प्रयास करते हुए दो लोगों को पकड़ा था, जबकि इनका तीसरा साथी फरार हो गया था। इन दोनों से पूछताछ के दौरान चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। पूछताछ के दौरान इन्होंने खुद के हिंदू नाम बताए, लेकिन जब उनके बताए नंबरों की ट्रू कॉलर पर जांच की गई, तो इनके मुस्लिम होने की जानकारी सामने आई। इनकी पहचान इमरान खान और मोहम्मद यूनुस साकी के रूप में होने के बाद गहन छानबीन की गई।
आगे की जांच में पता चला कि दोनों एनआईए की ओर से 5-5 लाख रुपये का इनाम घोषित किए गए वांछित आतंकवादी हैं। इसके बाद पुलिस ने इन दोनों के कोंढवा स्थित उनके किराए के घर तलाशी ली। तलाशी के दौरान दोनों के घर से एक कारतूस, एक पिस्टल कवर, एक कुल्हाड़ी और एक लैपटॉप बरामद किया गया। पुलिस ने लैपटॉप की जांच की तो देखा कि हर फाइल लॉक थी। इसके बाद एक्सपर्ट की मदद से लैपटॉप की फाइल को अनलॉक किया गया, तो उसमें इस्लामिक सामग्री मिली।
इसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने इसकी जानकारी एटीएस को दी। एटीएस की टीम ने इन दोनों आतंकवादियों की पुष्टि मार्च, 2022 में राजस्थान के चित्तौडग़ढ़ में पाए गए विस्फोटक मामले में फरार आरोपित के रूप में की। इसके बाद कोथरुड पुलिस स्टेशन की टीम ने दोनों आतंकवादियों को एटीएस की टीम को सौंप दिया। एटीएस की टीम इन दोनों आतंकवादियों से गहन पूछताछ कर रही है।