महाराष्ट्र की राजनीति में आज उथल-पुथल होने वाली है. महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे समेत 16 विधायकों की अयोग्यता मामले में अपना फैसला सुनाएंगे. आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 10 जनवरी यानी आज अपना फैसला सुनाने का निर्देश दिया है. इस पूरे मामले की सुनवाई पूरी हो चुकी है. ऐसे में उम्मीद है कि फैसला सामने आ जाएगा. महाराष्ट्र विधानसभा नार्वेकर के मुताबिक, फैसला शाम 4 बजे आएगा, जो राजनीति के लिए टर्निंग प्वाइंट साबित हो सकता है. इस बीच डिप्टी सीएम देवेन्द्र फड़णवीस ने दावा किया है कि सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
नार्वेकर औऱ एकनाथ शिंदे की मुलाकात पर उठे सवाल
वही, नार्वेकर औऱ एकनाथ शिंदे की मुलाकात पर बवाल शुरू हो गया है. उद्धव गुट के नेता ने मुलाकात पर आपत्ति जताई है. उद्धव ठाकरे ने मातोश्री पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मुलाकात पर कटाक्ष किया है. ठाकरे ने कहा कि नार्वेकर की शिंदे से मुलाकात किसी जज की किसी अपराधी से मुलाकात जैसी थी. ऐसे में हम किस तरह के न्याय की उम्मीद कर सकते हैं. नार्वेकर का फैसला अब तय करेगा कि देश में लोकतंत्र है या नहीं. फैसले के बाद क्लियर हो जाएगा कि दोनों नेता मिलकर लोकतंत्र की हत्या करेंगे या नहीं.
नार्वेकर ने मुलाकात पर क्या कहा?
इसके साथ एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि जब किसी मामले की सुनवाई करने वाला व्यक्ति उस व्यक्ति से मिलता है जिसके खिलाफ मुकदमा चल रहा है, तो शक पैदा होता है. वहीं, नार्वेकर ने ठाकरे और पवार के बयानों पर रिएक्ट किया है. उन्होंने कहा कि ऐसा कोई नियम नहीं है कि कोई स्पीकर किसी मामले की सुनवाई के दौरान अन्य महत्वपूर्ण काम नहीं कर सकता है.
इन 16 विधायकों के बारे में जान लें-
1- एकनाथ शिंदे: महाराष्ट्र में जिन विधायकों पर अयोग्यता की तलवार लटक रही है, उनमें पहला नाम सीएम एकनाथ शिंदे का है, शिवसेना को दो फाड़ करने का श्रेय शिंदे को ही दयिा जाता है. वह फडणवीस सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. इस बार वह सीएम हैं. महाराष्ट्र के चुनाव में वह कोपरी पंचपखाड़ी क्षेत्र से चुनाव लड़े थे और जीत हासिल की थी. इस विधानसभा क्षेत्र से वह लगातार चार बाद चुनाव जीत चुके हैं.
2- महेश शिंदे: महाराष्ट्र के कोरेगांव से विधायक महेश शिंदे पर भी अयोग्यता की तलवार लटक रही है, उन्होंने भी बगावत में शिंदे गुट का साथ दिया था. कोरेगांव विधानसभा की ये सीट उन्होंने एनसीपी को हराकर जीती थी. महेश ने अपने राजनीतिक करियर को भाजपा के साथ शुरू किया था.
3- अनिल बाबरी: महाराष्ट्र में विधायक अनिल बाबरी पर भी अयोग्यता की तलवार लटक रही है वह खानापुर अटपाड़ी सीट से विधायक चुने गए थे. इस सीट से वह लगातार चार बार विधायक चुने जा चुके हैं. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उनकी विधायकी पर फैसला लेने की जिम्मेदारी विधानसभा अध्यक्ष के पास ही आ गई है. वह भी शिंदे गुट के साथ शामिल हैं.
4- अब्दुल सत्तार: महाराष्ट्र की सिल्लोड निर्वाचन क्षेत्र से विधायक अब्दुल सत्तार भी शिंदे गुट में शामिल हैं. इनकी अयोग्यता पर भी बुधवार को फैसला होना है. वह 2014 में महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे थे. उद्धव ठाकरे की सरकार में वह राजस्व, ग्रामीण, विकास, बंदरगाह मंत्रालय को संभाल चुके हैं.
5- भरत गोगावले: भरत गोगावले महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के एक शिवसेना राजनेता हैं. वह शिव सेना के सदस्य के रूप में भारत के महाराष्ट्र के महाड विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. वह लगातार तीन बार यहां से विधायक चुने जा चुके हैं.
6- संजय शिरसाट: महाराष्ट्र में जिन विधायकों पर अयोग्यता की तलवार लटक रही है उनमें संजय शिरसाट का नाम भी शामिल है, वह औरंगाबाद विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे हैं. 2009 से वह लगातार विधायक चुने जा रहे हैं.
7- यामिनी जाधव: अयोग्यता की तलवार विधायक यामिनी जाधव पर भी लट रही है वह भी शिवसेना शिंदे गुट की नेता हैं जो भयखला विधानसभा सीट से विधायक चुनी गई हैं.
8- तानाजी सावंत: महाराष्ट्र सरकार में मंत्री पद संभाल रहे तानाजी सावंत सोलापुर जिले के भूम परांडा विधानसभा से विधायक हैं, उन पर भी अयोग्यता की तलवार लटक रही है, वह भी शिंदे गुट के उन विधायकों में शामिल हैं जिन्होंने शिवसेना को तोड़ा है.
9- लता सोनवणे: महाराष्ट्र के जलगांव जिले की चोपड़ा विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुनी गईं लता सोनावड़े भी 16 विधायकों की लिस्ट में शामिल हैं. सीएम एक नाथ शिंदे के साथ बगावत करने वालों में ये भी शामिल रहीं थीं.
10- प्रकाश सुर्वे: शिंदे के साथ शिवसेना को दो फाड़ करने वालों में प्रकाश सुर्वे का नाम भी शामिल है, वह महाराष्ट्र के मगाठाणे विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं, शिवसेना में आने से पहले वह कभी भाजपा में हुआ करते थे. भाजपा से ही वह शिवसेना में आए थे.
11- बालाजी किनीकार: महाराष्ट्र में शिवसेना के नेता बालाजी किनीकर पर भी अयोग्यता की तलवार लटक रही है, वह महाराष्ट्र की अंबरनाथ विधानसभा सीट से विधायक हैं, पिछले तीन विधानसभा चुनावों से वह लगातार चुने जा रहे हैं.
12- संदीपन भुमरे: संदीपन भुमरे की गिनती महाराष्ट्र के वरिष्ठ नेताओं में होती है, वह अब तक पांच बार विधायक रह चुके हैं, वह ठाकरे सरकार में रोजगार मंत्री भी रह चुके हैं. शिवसेना को तोड़ने वाले एकनाथ शिंदे गुट में संदीपन भुमरे भी शामिल रहे थे.
13- बालाजी कल्याणकार: महाराष्ट्र में विधायक बालाजी कल्याणकर पर भी अयोग्यता की तलवार लटक रही है, वह शिंदे गुट में शामिल हैं और महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले से विधायक हैं.
14- रमेश बोरनारे: महाराष्ट्र में विधायक रमेश बोरनारे पर भी अयोग्यता की तलवार लटक रही है. वह भी शिंदे गुट में शामिल थे, ठाकरे गुट ने 16 विधायकों के साथ उन्हें भी अयोग्य ठहराए जाने की मांग की है. उनके भाग्य का भी आज ही फैसला होना है.
15- चिमनराव पाटिल: महाराष्ट्र में जलगांव के एरंडोल निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने गए चिमनराव पाटिल पर भी अयोग्यता की तलवार लटक रही है, वह भी उन विधायकों में शामिल हैं जिन पर विधानसभा अध्यक्ष फैसला लेने वाले हैं.
16- संजय रायमुनकरी: विधायक संजय रायमुनकरी भी उन 16 विधायकों में शामिल हैं, जिन पर अयोग्यता की तलवार लटक रही है. वह महाराष्ट्र की बुलढाणा विधानसभा सीट से विधायक हैं.