महाराष्ट्र के नासिक स्थितत्रयंबकेश्वर मंदिर में विवाद को लेकर बुधवार को सर्व धर्म मीटिंग हुई. इसके बाद मंदिर के ट्रस्टी प्रेस कांफ्रेंस करने पहुंचे. उन्होंने दावा किया कि कोई विवाद है ही नहीं, लेकिन मीडिया ने पूछा कि विवाद नहीं तो उन्होंने चिट्ठी क्यों लिखी. इस चिट्ठी में उन्होंने जबरन एंट्री पर क्यों जोर दिया? इस सवाल में वह इस कदर उलझे कि उन्हें प्रेस कांफ्रेंस छोड़ कर भागना पड़ गया. दरअसल ट्रस्ट ने पहले खुद ही पत्र लिखा था. इसमें उन्होंने दूसरे समुदाय के लोगों द्वारा मंदिर में जबरन घुसने की बात कही थी. लेकिन जब वह मीडिया के सामने आए तो अपने बयान से पटल गए.
ऐसे में मीडिया ने उनसे पूछा कि उनकी चिट्ठी वाली बात सही है या अभी जो बयान दे रहे हैं, वो सही है. मीडिया के इस सवाल पर वह बगलें झांकने लगे. यही नहीं, मीडिया ने जब उनसे फिर पूछा कि जब कोई विवाद था ही नहीं तो उन्होंने चिट्ठी क्यों लिखी, इस सवाल पर वह घबरा गए. ट्रस्टी भूषण को इसका जवाब देना इतना मुश्किल हो गया कि वो PC छोड़कर भाग खड़े हुए. बताया जा रहा है कि सर्व धर्म सभा में आरोपी मतीन को भी बुलाया गया था. इसके अलावा मुस्लिम समुदाय के शांतता कमिटी के नईम सैयद को भी बुलाया गया.
उन्होंने कहा कि उनकी ना तो मंदिर में घुसने की कोई मंशा थी और ना ही उन्होंने ऐसा किया. वहां जो कुछ हुआ, वह सब पुरानी परंपरा के मुताबिक हुआ. इस मामले में जबरन मुद्दा बनाते हुए उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है.उन्होंने इस संबंध में दर्ज सभी मुकदमों को तत्काल वापस लेने की मांग की.उन्होंने कहा कि पुलिस ने भी केस दर्ज करने के बाद उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था. इसमें वह पुलिस को भी पूरा सहयोग कर रहे हैं. उधर, नईम ने उल्टा सवाल खड़ा किया. उन्होंने पूछा कि हंगामे की वजह क्या है.
यह तो पुरानी परंपरा है कि हर बार उर्स के दौरान भोले बाबा को धूप दिखाया जाता है. यहां के मुसलमानों में भी भोले बाबा के प्रति आस्था है. इसको लेकर आज तक तो कोई विवाद नहीं हुआ, लेकिन इस बार जानबूझ कर हंगामा खड़ा किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सभी लोग उनके परिवार से ही हैं. लेकिन जान बूझ कर यहां माहौल को बिगाड़ा जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिस घटना को लेकर मुद्दा बनाया जा रहा है और इतना बड़ा हंगामा खड़ा किया गया है, उसमें ऐसा कुछ नहीं है जो पहले से ना होता हो. बल्कि यह परंपरा है कि मंदिर के बाहर से धूप दिखाया जाता है. उन्होंने फिर दोहराया कि मंदिर में घुसने की किसी ने कोई कोशिश नहीं की.
बता दें कि 12 ज्योर्तिलिंगों में शामिल त्रयंबकेश्वर मंदिर में मुस्लिम समाज के लोगों द्वारा घुस कर चादर चढ़ाने की कोशिश को लेकर दो दिन से काफी हंगामा मचा हुआ है. बुधवार को हिन्दू महासंघ और बजरंग दल के सदस्यों ने मंदिर का शुद्धिकरण किया. इस मामले में पुलिस ने दर्जनों लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की है.