अजित पवार गुट की मीटिंग में पहुंच रहे विधायकों की संख्या शरद पवार गुट के विधायकों से ज्यादा दिखाई दे रही है। इस वजह से अजित पवार का पक्ष मजबूत दिखाई पड़ रहा है और ऐसा लग रहा है कि एनसीपी उनके कब्जे में है। इस बीच अजित पवार ने शरद पवार को लेकर कुछ बातें कही हैं, जिनकी काफी चर्चा हो रही है।
अजित पवार ने कहा, ‘शरद पवार ने मुझे NCP का मुख्यमंत्री नहीं बनने दिया। चाचा ने मुख्यमंत्री की सीट कांग्रेस को दे दी। 2014 में भी चाचा ने बीजेपी से गठबंधन की बात की थी।’ अजित ने कहा, ‘2004 के विधानसभा चुनाव में एनसीपी के पास कांग्रेस से ज्यादा विधायक थे। अगर हमने उस समय कांग्रेस को मुख्यमंत्री पद नहीं दिया होता, तो आज तक महाराष्ट्र में केवल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का ही मुख्यमंत्री होता।’
In the 2004 Vidhan Sabha election, NCP had more MLAs than Congress. Had we not given Chief Minister post to Congress at that time, till date, Maharashtra would have had a Chief Minister only from Nationalist Congress Party: Maharashtra Deputy CM Ajit Pawar at the meeting of his… pic.twitter.com/6Fel4gQ0ka
— ANI (@ANI) July 5, 2023
हर फैसले में शरद पवार का साथ दिया: अजित पवार
अजित पवार ने कहा, ‘जो हूं शरद पवार की वजह से हूं। हर फैसले में शरद पवार का साथ दिया। शरद पवार के लिए मेरे मन में पूरी श्रद्धा है। शरद पवार अकेले फैसला लेते रहे, मैं उनका साथ देता रहा। शरद पवार के कहने पर मैंने सांसदी छोड़ दी थी।’ अजित ने कहा कि मैं दबंग और कड़क नेता नहीं हूं। शिंदे और बीजेपी को साथ लेकर चलूंगा।
अजित ने कहा कि चाचा के कैंप में मौजूद विधायक भी मेरे साथ हैं। बता दें कि खबर लिखे जाने तक अजित कैंप के पास 35 विधायक हैं और शरद पवार कैंप के पास 13 विधायक हैं। दोनों ही गुट आज शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं। जिसमें अजित का पलड़ा भारी दिख रहा है।
मैं शरद पवार का बेटा नहीं तो इसमें मेरी क्या गलती है: अजित
अजित ने कहा कि मैं शरद पवार का बेटा नहीं तो इसमें मेरी क्या गलती है। मुझे विलेन बनाने की कोशिश हुई। मोदी के साथ ही चलना पड़ेगा। चाचा ने तो अपनी बेटी को अध्यक्ष बनाया। मैं आज भी चाचा को देवता मानता हूं। 2024 में भी मोदी ही जीतेंगे। मोदी की तारीफ चाचा को पसंद नहीं आई। देश में मोदी की कोई विकल्प नहीं है। एनसीपी मेरे साथ रहेगी। मैं एनसीपी को दोबारा राष्ट्रीय पार्टी बनाऊंगा। मैंने सुप्रिया सुले से कहा था कि चाचा को समझाओ।