जातीय हिंसा से प्रभावित मणिपुर के थौबल जिले में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (UNLF) के चार संदिग्ध सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। भारतीय सेना ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
सेना ने एक ट्वीट में लिखा,- खुफिया सूचनाओं के आधार पर कार्रवाई करते हुए 19 जून की रात को लिलोंग पुलिस स्टेशन के पास एक मोबाइल वाहन चेक पोस्ट स्थापित किया था। दो अलग-अलग वाहनों में चार संदिग्ध कैडरों को एक 51 मिमी मोर्टार के साथ पकड़ा गया था।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, सेना ने चारों संदिग्धों को पुलिस को सौंप दिया है। यूएनएलएफ मणिपुर के सबसे पुराने विद्रोही समूहों में से एक है।
अबतक 100 लोगों की हुई मौत
गौरतलब है कि राज्य में मैतई और कुकी समुदायों के बीच एक महीने पहले भड़की हिंसा में 100 से अधिक लोगों की जान चली गई। मैतई समुदाय द्वारा अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा देने की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ आयोजित किए जाने के बाद 3 मई को पहली बार झड़पें हुईं थीं।
मैतई राज्य की आबादी का लगभग 53 फीसदी हैं और ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं, जबकि नागा और कुकी जाती के लोग की हिस्सेदारी 40 फीसदी है और यह पहाड़ी जिलों में रहते हैं।