मणिपुर में सुरक्षाबलों ने एक बड़े ऑपरेशन के तहत 114 हथियार, IED, ग्रेनेड और गोला-बारूद बरामद किए हैं। यह कार्रवाई खुफिया जानकारी के आधार पर की गई, और यह उस 2 हफ्ते की समय-सीमा के समाप्त होने के बाद शुरू हुई, जिसमें लोगों को लूटे गए और अवैध हथियार स्वेच्छा से जमा करने का अवसर दिया गया था।
ऑपरेशन के मुख्य बिंदु
🔹 ऑपरेशन का क्षेत्र: बिष्णुपुर, सेनापति, थौबल, जिरीबाम, चंदेल, चुराचांदपुर, कांगपोकपी, इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम जिले।
🔹 बरामद हथियार और विस्फोटक: 114 हथियार, IED, ग्रेनेड, भारी मात्रा में गोला-बारूद।
🔹 खुफिया इनपुट के आधार पर कार्रवाई: सुरक्षाबलों ने छापेमारी कर बड़ी मात्रा में हथियार जब्त किए।
🔹 हथियार स्वेच्छा से सौंपने की समय-सीमा: 6 मार्च शाम 4 बजे समाप्त हो गई, जिसके बाद अब कड़ी कार्रवाई शुरू की गई है।
स्वेच्छा से जमा किए गए हथियार
राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने 20 फरवरी को हिंसा में शामिल समूहों से 7 दिन के भीतर हथियार जमा करने की अपील की थी। इस समय-सीमा को बाद में 6 मार्च तक बढ़ाया गया, जिसके तहत 1000 से अधिक हथियार और गोला-बारूद लोगों ने सुरक्षाबलों को स्वेच्छा से सौंपे।
J. Southern part of Chandel District under CKG-PS, Chandel District
i.08 (eight)12 bore Single Brl Rif
ii.12(twelve) nos. of Muzzle loaded Rif
iii.01(one) no. of 12 mm single bore Shot Gun
iv.01 (one) no. of Single Brl ( Country Made)
v.03(three) nos. of Local… pic.twitter.com/jHtPBZdpPj
— Manipur Police (@manipur_police) March 8, 2025
अब होगी सख्त कार्रवाई
✅ 6 मार्च के बाद दंडात्मक कार्रवाई से छूट समाप्त
✅ सुरक्षाबलों ने लूटे गए हथियारों की तलाश के लिए छापेमारी तेज की
✅ जिन लोगों ने हथियार नहीं लौटाए, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी
मणिपुर में हालात और सुरक्षा बलों की भूमिका
🔸 मणिपुर पिछले कुछ महीनों से हिंसा और उग्रवादी गतिविधियों से प्रभावित है।
🔸 राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने अवैध हथियारों की वापसी के लिए पहल की थी।
🔸 अब सुरक्षाबलों द्वारा सघन तलाशी अभियान चलाकर बचे हुए हथियारों को जब्त किया जा रहा है।
यह ऑपरेशन मणिपुर में शांति और कानून-व्यवस्था को बहाल करने के लिए एक बड़ा कदम माना जा रहा है।