मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। डेढ़ महीने बाद भी हालातों में कुछ खास सुधार नहीं आया है। मंगलवार देर रात एक बार फिर से हिंसा भड़की है। इस दौरान जमकर फायरिंग हुई है। इस गोलीबारी में 9 लोगों की मौत हो गई है। और 9 अन्य लोग घायल हुए हैं। घालयों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह पूरी घटना कांगपोकपी जिले के खमेनलोक गांव की बताई गई है। जहां शुरुआती जांच में पाया गया कि बदमाशों ने गांव में घुसकर पहले आग लगाई। इसके बाद अंधाधुंध फायरिंग की। इलाके में पुलिस और सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। उपद्रवियों की धरपकड़ का अभियान तेज कर दिया गया है। वहीं मणिपुर में इन मौतों के साथ ही हिंसा में मारे गए लोगों की संख्या 115 हो गई है।
वहीं एसपी के शिवकांता सिंह के मुताबिक राजधानी इंफाल में मंगलवार रात करीब 1 बजे फायरिंग हुई। लंबे समय तक हुई गोलीबारी में 9 लोगों की मौत हुई है। इसी के साथ 10 लोग घायल भी हुए हैं। उन्होंने कहा कि अत्याधुनिक हथियारों से लैस आतंकवादियों ने कांगपोकी जिले की सीमा से लगे खामेलोक क्षेत्र के ग्रामीणों को पहले तो घेरा इसके बाद हमला कर दिया। उन्होंने बताया कि सभी घायलों को इंफाल के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
इस दौरान जनहानि के साथ ही बड़े पैमाने पर संपत्ति की क्षति हुई है। अराजकता और हिंसा के बीच असम राइफल्स लगातार विभिन्न चुनौतियों का मुकाबला करते हुए स्थानीय लोगों को आवश्यक चिकित्सा सहायता उपलब्ध करा रही है।
असम रायफल्स ने बुधवार को एक बयान जारी कर बताया है कि बाल रोग विशेषज्ञ, एनेस्थियोलॉजिस्ट, स्त्री रोग विशेषज्ञ, चिकित्सा विशेषज्ञ और तीन अन्य डॉक्टरों सहित असम राइफल्स के सात डॉक्टरों की एक एकीकृत मेडिकल टीम अब तक दो हजार पांच सौ महिलाओं और एक हजार बच्चों सहित लगभग चार हजार पांच सौ लोगों को मुफ्त चिकित्सा परामर्श, उपचार और विभिन्न बीमारियों के लिए मुफ्त दवाएं वितरित कीं।
असम राइफल्स ने सबसे अधिक हिंसा प्रभावित स्थानों पर आंतरिक रूप से विस्थापित नागरिकों के लिए चिकित्सा जांच और मानवीय सहायता के लिए एक मेगा चिकित्सा शिविर का आयोजन किया। पूरे मणिपुर के कांगपोकपी, मोटबंग, सैकुल, लीटनपोकपी और डोलैथाबी सहित कई स्थानों पर राहत शिविर भी लगाए।