ओडिशा के बालासोर जिले के बहानागा रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार को बड़ा ट्रेन हादसा हो गया। इस रेल हादसे में अब तक 288 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 900 लोग घायल हुए हैं। इसी बीच राहत और बचाव कार्य में प्रशासन के साथ युवा और संघ के स्वयंसेवक जुटे हुए हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कुछ युवाओं के साथ संघ के स्वयंसेवकों के हाथ में फॉर्म था जो घंटों से खड़े होकर ब्लड डोनेट का इंतजार करते दिखे। ये सब मेडिकल कॉलेज में ब्लड डोनेट करने आए थे। कुछ ही घंटों में 900 यूनिट ब्लड जमा हो गया। 2000 से ज्यादा लोगों ने ब्लड डोनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके थे।
रेल हादसे की सूचना के बाद रात के बाहर बजे करीब 2000 युवा के साथ संघ के स्वयंसेवक ब्लड डोनेशन की लाइन में खड़े थे। बता दें कि ब्लड डोनेशन करनेवालों की भीड़ बढ़ती जा रही थी और ब्लड भी एकत्र होता जा रहा है। वहीं, कुछ ही घंटों में बालासोर में 500 यूनिट ब्लड जमा हो गया। जानकारी के लिए बता दें कि आज यानी शनिवार के सुबह तक ब्लड बैंक में 900 यूनिट ब्लड था।
मेडिकल कॉलेज पहुंच रहे युवा शांति से लाइन में लगे थे।बता दें कि जहां तक नजर जा रही थी, युवा लाइन में खड़े नजर आ रहे थे। कोई घायल आता तो युवा लाइन से निकलकर मदद के लिए दौड़ पड़ते और फिर वापस आकर लाइन में लग जाते। वहीं, कई ने तो ब्लड डोनेशन के लिए सुबह तक लाइन में लगकर अपने नंबर का इंतजार किया।
ओडिशा के बालासोर में भीषण ट्रेन हादसे बाद युद्ध स्तर पर बचान अभियान जारी है।अब तक कई केंद्रीय मंत्री के साथ ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक घटनास्थल पर पहुंत कर हालातों का जायजा ले चुके है।
इस बीच खबर है कि पीएम मोदी भी ओडिशा के बालासोर जाएंगे और बचान अभियान की समीक्षा करेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मृतकों और घायलों के परिजनों से भी मुलाकात करेंगे।
2004 के बाद सबसे बड़ा रेल हादसा
कहा जा रहा है कि यह ट्रेन हादसा साल 2004 के बाद दुनिया में हुआ सबसे बड़ा ट्रेन हादसा है। दुनिया की सबसे बड़ी ट्रेन दुर्घटना श्रीलंका में हुई थी। यहां 26 दिसंबर 2004 को ‘ओसियन क्वीन एक्सप्रेस’ में सवार करीब 1700 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे की वजह से सुनामी, जिसके चलते पूरी की पूरी ट्रेन सुनामी की तेज लहरों में विलीन हो गई थी। इस हादसे की वजह से कई लोगों के घर बेघर और कई अनाथ हो गए थे।