ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले की सीमेंट फैक्ट्री में लोहे का बड़ा ढांचा गिरने से बड़ा हादसा हुआ है। इस दुर्घटना में 8 मजदूर मलबे में फंसे हुए हैं, जबकि अब तक 63 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है।
रेस्क्यू ऑपरेशन की स्थिति:
- मौके पर मौजूद उपकरण: क्रेन और एंबुलेंस घटनास्थल पर पहुंच गई हैं।
- पुलिस का बयान:
- राजगांगपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक एम. प्रधान ने बताया कि लोहे का बड़ा ढांचा (‘कोल हॉपर’) अचानक गिर गया।
- पुलिस और रेस्क्यू टीम क्रेन की मदद से मलबा हटा रही है।
- अब तक किसी की मौत या चोट की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन आशंका है कि मलबे में मजदूर फंसे हुए हैं।
पिछले कोयला खदान हादसे का संदर्भ (असम):
ओडिशा की घटना से पहले, असम के दीमा हसाओ जिले में एक कोयला खदान हादसे में चार खनिकों की मौत हुई थी।
मुख्य विवरण:
- स्थिति:
- पांच मजदूर अभी भी खदान में फंसे हुए हैं।
- खदान में पानी का रिसाव बचाव कार्य में बाधा बन रहा है।
- सरकारी सहायता:
- मृतकों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की गई।
आवश्यक कदम:
- रेस्क्यू ऑपरेशन तेज करना:
- मलबे में फंसे मजदूरों को जल्दी निकालने के लिए और क्रेनों और भारी उपकरणों की तैनाती।
- सुरक्षा प्रोटोकॉल:
- ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए फैक्ट्रियों और खदानों में सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करना।
- मदद और मुआवजा:
- घायल और प्रभावित मजदूरों को त्वरित चिकित्सा सहायता और उनके परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करना।
यह घटना औद्योगिक स्थलों पर सुरक्षा उपायों की गंभीरता को दोहराती है और भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कड़े उपायों की आवश्यकता पर जोर देती है।