ओडिशा में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे मुहिम के तहत विजिलेंस विभाग ने एक और बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। आरडब्ल्यू विभाग के चीफ इंजीनियर बैकुंठ नाथ सारंगी के 7 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी कर ₹2.1 करोड़ नकद जब्त किया गया है। नकदी की गिनती अब तक जारी है।
छापेमारी के हाईलाइट्स:
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₹1 करोड़ कैश भुवनेश्वर के PDN Exotica अपार्टमेंट से मिला
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₹1.1 करोड़ नकद अंगुल के दो मंजिला घर से जब्त
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सारंगी ने ₹500 के नोटों की गड्डियां खिड़की से फेंकने की कोशिश की, लेकिन टीम ने उन्हें तुरंत जब्त कर लिया
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गिनती के लिए नोट काउंटिंग मशीनें मंगाई गईं
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छापेमारी में शामिल टीम: 8 डीएसपी, 12 इंस्पेक्टर, 6 एएसआई समेत कई अधिकारी
#WATCH | Bhubaneswar: Odisha Vigilance Department conducted searches at 7 locations of Odisha Rural Works Division Chief Engineer, Baikuntha Nath Sarangi
About Rs 1 crore has been recovered from his flat in Bhubaneswar, while about Rs 1.1 crore has been recovered from his… pic.twitter.com/n8MQxYfU0L
— ANI (@ANI) May 30, 2025
छापेमारी के स्थान:
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करदगड़िया, अंगुल – दो मंजिला निजी मकान
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PDN Exotica, डुमडुमा, भुवनेश्वर – फ्लैट
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सिउला गांव, पिपिली – फ्लैट
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शिक्षकपाड़ा, अंगुल – रिश्तेदार का घर
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लोकेईपासी गांव, अंगुल – पैतृक घर
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मटियासाही, अंगुल – दो मंजिला पैतृक मकान
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मुख्य अभियंता कार्यालय, भुवनेश्वर – चेंबर
क्या है मामला?
विजिलेंस विभाग की यह कार्रवाई “आय से अधिक संपत्ति” (DA case) के आधार पर की गई है। जांच में अब अधिकारी उनके बैंक खातों, निवेश, भूमि, अन्य चल-अचल संपत्तियों और दस्तावेजों की भी जांच कर रहे हैं। इस बात की आशंका जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में और भी अवैध संपत्तियों का पता चलेगा।
सरकार की नीति का प्रभाव
यह कार्रवाई मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की नेतृत्व वाली सरकार की “भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति” की एक बड़ी मिसाल है। यह संदेश देता है कि कोई भी अधिकारी, चाहे वह कितना भी उच्च पद पर क्यों न हो, कानून से ऊपर नहीं है।
बैकुंठ नाथ सारंगी के खिलाफ विजिलेंस कार्रवाई ने यह साफ कर दिया है कि अब भ्रष्टाचार छुपाना मुश्किल और पकड़ा जाना तय है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, यह केस ओडिशा के इतिहास में सबसे बड़े अफसर-स्तरीय भ्रष्टाचार मामलों में शामिल हो सकता है।