पंजाब में ड्रग्स के इस्तेमाल पर कोई कमी नहीं आ रही है और इस वजह से बड़ी संख्या में युवाओं की मौत भी हो रही है. पिछले 14 दिनों में पंजाब में ड्रग्स के ओवरडोज की वजह से कम से कम 14 लोगों की मौत के बाद एक बार फिर से यह मामला चर्चा में आ गया है. ड्रग्स की वजह से सबसे अधिक मौत गुरदासपुर में हुई जबकि 7 अन्य शहरों में भी ओवरडोज की वजह से युवाओं की मौत हुई है. वहीं विपक्षी दलों ने आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर इस समस्या को खत्म करने में उसकी ‘नाकामी’ को लेकर हमला भी किया. वहीं AAP ने कहा कि ये ड्रग्स पंजाब और महाराष्ट्र से लाए जा रहे हैं.
पाकिस्तान से सटे पंजाब में ड्रग्स की समस्या को लेकर पाकिस्तान से तस्करी के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है. पिछले 14 दिनों में पंजाब के गुरदासपुर जिले में 3 लोगों की ओवरडोज से मौत हो गई. जबकि इसके अलावा फाजिल्का (अबोहर), मोगा, अमृतसर, और फिरोजपुर में 2-2 जबकि मुक्तसर, फरीदकोट और लुधियाना में एक-एक युवक की नशे की ओवरडोज की वजह से मौत हो गई. इनमें से 9 लोगों की मौत पिछले हफ्ते ही हुई थी.
गहरी नींद से जागे सरकारः सुनील जाखड़
इससे पूर्व 6 साल पहले पंजाब में जून 2018 में भी इसी तरह की समस्या सामने आई थी, जब 23 युवाओं की इसी तरह से ड्रग्स की वजह से मौत हो गई थी.
सीमावर्ती राज्य पंजाब में ड्रग्स के इस्तेमाल और ओवरडोज की वजह से युवाओं की मौत के बाद यह मामला अब राजनीतिक तूल पकड़ता जा रहा है. विपक्ष की ओर से राज्य में सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार पर हमला किया जा रहा है. पंजाब के बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि पंजाब अपने मुख्यमंत्री से ‘शासन’ की उम्मीद करता है, किसी तरह की नौटंकी की नहीं. इन दुखद मौतों के लिए सरकार जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करें. जाखड़ ने मुख्यमंत्री मान से अनुरोध किया कि वह गहरी नींद से जागें और पंजाब के युवाओं को उनकी सरकार की नाक के नीचे फैल रहे खतरे से बचाने के लिए सख्त कदम उठाएं.
Sh Bhagwant Mann ji, last year when a large number youth died due to drug abuse, instead of taking effective steps you led thousands of school-going kids to do Ardas.
Now again 14 cases of drug deaths have been reported in as many days. I urge you to eschew subjecting children… pic.twitter.com/Ow633n3kgY
— Sunil Jakhar (@sunilkjakhar) June 16, 2024
हालांकि राज्य की भगवंत मान सरकार ने विपक्ष की ओर से की जा रही आलोचना का खंडन करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने ड्रग तस्करी माफिया की रीढ़ तोड़ दी गई है.
सरकार कब बनाएगी रोडमैपः कांग्रेस अध्यक्ष
पंजाब के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस विधायक प्रताप सिंह बाजवा ने इस मसले पर सरकार को घेरते हुए कहा, “भगवंत मान सरकार की घोर अक्षमता की वजह से हर दिन जान जा रही है. उसे पंजाब पर शासन करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है. झूठे वादे और जीरो डिलीवरी सत्तारूढ़ पार्टी के लिए सबसे अच्छी परिभाषा है.
Every day, another life is lost due to the gross incompetence of the Bhagwant Mann government. This administration has forfeited its moral right to govern Punjab. False promises and zero delivery define the AAP government. #FailedLeadership #PunjabCrisis pic.twitter.com/Gss8ZzzRhu
— Partap Singh Bajwa (@Partap_Sbajwa) June 16, 2024
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने कहा कि AAP सरकार पंजाब से नशे के खात्मे को लेकर किए गए अपने वादे की समयसीमा को बढ़ाने में ही सबसे अच्छी है. उन्होंने सवाल करते हुए पूछा, “पंजाबी युवाओं को बचाने के लिए सरकार कब उचित रोडमैप बनाएगी?”
महाराष्ट्र-गुजरात से आ रहा ड्रग्सः AAP
बीजेपी नेता जाखड़ पर पलटवार करते हुए AAP के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने दावा किया कि बीजेपी शासित राज्यों महाराष्ट्र और गुजरात से ही अवैध ड्रग्स पंजाब लाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा, “यह बीजेपी सरकारों की विफलता और भगवा पार्टी द्वारा ड्रग माफियाओं को संरक्षण देने का नतीजा है कि इतनी बड़ी मात्रा में अवैध ड्रग्स भारत पहुंच रहे हैं.” उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी पंजाब को हमेशा बदनाम करने के लिए कुछ न कुछ करती रहती है.
कंग ने जाखड़ पर हमला करते हुए कहा, “यह देखकर दुख होता है कि खुद को पंजाब का बेटा कहने वाले जाखड़ हमेशा पंजाब के खिलाफ बयान देते रहते हैं और कभी पंजाब, उसके लोगों और किसानों के लिए आवाज नहीं उठाते. ऐसा लगता है कि जाखड़ शायद भूल गए हैं कि बीजेपी और अकाली दल सरकार के दौरान ही राज्य में नशे की समस्या ने जड़ें जमाई थीं.” उन्होंने दावा किया कि भगवंत मान पहले दिन से ही पंजाब से नशा माफिया को खत्म करने के लिए गंभीरता से काम कर रहे हैं.
4 मौतें नशा से जुड़ी नहींः पुलिस
अकाली नेता और बठिंडा से लोकसभा सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पिछले सात सालों से पंजाब में सत्ता में हैं और वे अभी भी नशे की समस्या के लिए अकालियों को ही जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया, “मान सरकार के शासन में यह समस्या बहुत बढ़ गई है.”
ਪਿਛਲੇ ਸੱਤ ਸਾਲਾਂ ਤੋਂ ਕਾਂਗਰਸ ਤੇ ਭਗਵੰਤ ਮਾਨ ਦੀ ਆਪ ਸਰਕਾਰ ਸੱਤਾ ‘ਤੇ ਕਾਬਜ਼ ਹੈ, ਜਿਸ ਦੌਰਾਨ ਕਰਜ਼ਾ, ਨਸ਼ੇ, ਕਤਲ, ਲੁੱਟਾਂ ਖੋਹਾਂ ਤੇ ਬੇਅਦਬੀਆਂ ਦਾ ਸਿਲਸਿਲਾ ਪੰਜਾਬ ਵਿੱਚ ਸਿਖ਼ਰਾਂ ‘ਤੇ ਹੈ । ਪਿਛਲੇ ਸੱਤ ਸਾਲਾਂ ਵਿੱਚ ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਵਿਕਾਸ ਲਈ ਕੋਈ ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਸੁਧਾਰ, ਕੋਈ ਉਦਯੋਗ, ਨੌਜਵਾਨਾਂ ਲਈ ਰੋਜ਼ਗਾਰ ਦੇ ਕੋਈ ਸਾਧਨ ਪੈਦਾ ਨਹੀਂ ਕੀਤੇ… pic.twitter.com/mNXINDjiuv
— Harsimrat Kaur Badal (@HarsimratBadal_) June 16, 2024
इस विवाद के बीच पंजाब पुलिस ने दावा किया कि इनमें से चार मौतें सीधे तौर पर नशे से जुड़ी नहीं लग रही हैं. उन्होंने कहा कि अबोहर और अमृतसर में कथित तौर पर नशे से हुई 2 मौतें हीटवेव, शराब या किसी अन्य वजह से हो सकती हैं. पंजाब पुलिस जल्द ही फाजिल्का में पाकिस्तान सीमा से सटे 40 गांवों में नशा तस्करों पर लगाम लगाने के लिए मिशन निश्चय शुरू करने जा रही है.